भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक अपने करियर की दूसरी पारी का आगाज करने के लिए इंग्लैंड रवाना हो चुके हैं। एक ओर जहां आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के मैदान पर उनके साथी खिलाड़ी मैदान पर एक्शन में नजर आएंगे, वहीं कार्तिक कमेंट्री पैनल में खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर टिप्पणी करेंगे। कार्तिक भारत के एक अनुभवी विकेटकीपर हैं, मगर उन्होंने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में ही खेला था।
दिनेश कार्तिक के आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में कमेंट्री करने का सीधा मतलब यह है कि अब धीरे-धीरे क्रिकेट की इस नई फील्ड में वह अपने पैर जमाने जा रहे हैं। वैसे दिनेश कार्तिक के अंतरराष्ट्रीय करियर की बात करें, तो शायद अब राष्ट्रीय टीम में वापसी के सभी रास्तें लगभग बंद हो चुके हैं। ऐसा कहना बहुत हद तक जायज भी है क्योंकि ऋषभ पंत के शानदार प्रदर्शन के बाद किसी भी फॉर्मेट में उनकी वापसी की राहें बिलकुल भी आसान नहीं रह गयी हैं।
यह बात सभी जानते हैं कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली हमेशा युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताने के लिए जाने जाते हैं। टेट क्रिकेट की बात करें, तो ऋषभ पंत के बाद टीम में दूसरे विकेटकीपर के रूप में रिद्धिमान साहा और इन दोनों के बैकअप के रूप में केएस भरत मौजूद हैं और अगर सीमित ओवर के क्रिकेट की बात करें, तो वनडे और टी20 में ऋषभ पंत के अलावा युवा ईशान किशन और संजू सैमसन लगातार अपनी दावेदारियां पेश कर रहे हैं।
एक समय धोनी के चलते नहीं बना सके टीम में जगह
दिनेश कार्तिक ने साल 2004 में महेंद्र सिंह धोनी से पहले अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज किया था। अपने करियर के शुरुआती चरण में वह अच्छा प्रदर्शन न करने के चलते टीम में अपना स्थान पक्का नहीं कर सके और इसी बीच महेंद्र सिंह धोनी ने अपना जलवा कुछ इस कदर बिखरा कि दिनेश कार्तिक तो दूर पार्थिव पटेल भी टीम में वापसी न कर सके।
दिनेश कार्तिक को एमएस धोनी के अपने टीम इंडिया में अपने पाँव जमाने के बाद भी मौका मिला और वह कई वर्षों तक टीम में बने रहे लेकिन इस बीच उनका प्रदर्शन हमेशा से औसत दर्जे का देखने को मिला। उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे और टी20 साल 2019 और टेस्ट मैच साल 2018 में खेला था।
आईपीएल से भी रूठी है किस्मत
पिछले दो सालों में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी उनका प्रदर्शन बहुत निराशाजनक देखने को मिला है। पिछले साल तो केकेआर टीम मैनेजमेंट ने बीच सत्र के दौरान ही कार्तिक को कप्तानी के पद से भी हटा दिया था।
आईपीएल-13 के दौरान दिनेश कार्तिक ने 14 मुकाबलों में 14.08 की साधारण सी औसत के साथ मात्र 169 रन बनाए थे, जबकि इस साल भी आईपीएल के सस्पेंड होने से पहले उनके बल्ले से सात मैचों में मात्र 123 रन ही देखने को मिले थे।
WTC फाइनल के बाद द हंड्रेड में भी करेंगे कमेंट्री
दिनेश कार्तिक इंग्लैंड की नई नवेली प्रतियोगिता द हंड्रेड में भी अपनी कमेंट्री का जलवा बिखेरते हुए नजर आएंगे। हाल ही में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने दिनेश कार्तिक को कमेंट्री के लिए गुड लक भी कहा है।
गावस्कर ने इन्स्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखते हुए कहा था, 'जब मैं टीम इंडिया का एक सलाहकार था तो इस खिलाड़ी ने अपना टेस्ट डेब्यू किया था और अब यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में अपना
कमेंट्री डेब्यू कर रहे हैं। मुझे भरोसा है कि वह कमेंट्री बॉक्स में भी अच्छा करेंगे. उनको मेरी तरफ से गुड लक'।