कोलंबो। श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चांदीमल की गेंद के साथ छेड़छाड़ मामले में 1 टेस्ट बैन के खिलाफ की गई अपील को न्यायिक आयुक्त ने खारिज कर दिया है जिसके बाद उन्हें विंडीज के खिलाफ तीसरे और आखिरी टेस्ट से बाहर रहना होगा।
28 साल के चांदीमल को गत सप्ताह सेंट लुसिया टेस्ट में गेंद के साथ छेड़छाड़ का दोषी पाया गया था और उन्हें आखिरी टेस्ट से प्रतिबंधित कर दिया गया था। वीडियो समीक्षा में पता चला था कि श्रीलंकाई खिलाड़ी के मुंह में कुछ मीठा पदार्थ था जिसे वे गेंद पर चिपका रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शनिवार को जारी बयान में बताया कि चांदीमल की अपील खारिज हो गई है और न्यायिक आयुक्त ने दिनेश चांदीमल को गेंद के साथ छेड़छाड़ मामले में दोषी पाया है और उनकी अपील को खारिज कर दिया है, जो उन्होंने 1 टेस्ट बैन के खिलाफ की थी।
वैश्विक संस्था ने कहा कि आईसीसी के मैच रैफरी जवागल श्रीनाथ ने चांदीमल को इस मामले में दोषी करार देते हुए नियमों के अनुसार अधिकतम सजा दी थी जिसे अब बरकरार रखा जाएगा। चांदीमल की अपील खारिज होने के बाद वे अब किंग्सटन ओवल में होने वाले तीसरे और विंडीज की मेजबानी में पहले दिन-रात्रि टेस्ट में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। यह मैच शनिवार से शुरू होगा। सीरीज में फिलहाज मेजबान टीम 1-0 से आगे है।
न्यायिक आयुक्त माइकल बेलोफ इस मामले में अगली सुनवाई 10 जुलाई को करेंगे और चांदीमल पर लगी सजा की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा कोच चंडिका हथुरुसिंघे और मैनेजर असांका गुरुसिन्हा का व्यवहार भी खेल भावना के अनुरूप नहीं था जिस पर संज्ञान लिया जाएगा।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्ड्सन ने सेंट लुसिया में चांदीमल, चंडिका और असांका इन तीनों के खिलाफ 2 घंटे तक आरोपों के खिलाफ बहस करने और खेल में देरी पहुंचाने के लिए लेवल 3 का आरोप लगाया था। हालांकि इन्होंने अपनी इस गलती को स्वीकार कर लिया था। (वार्ता)