नई दिल्ली। भारत ने दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा दिया। भारत को मैच जीतने के लिए 115 रनों का लक्ष्य मिला था जो उसने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। भारत ने 4 टेस्ट मैचों की श्रृंख्ला में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली।
चेतेश्वर पुजारा द्वारा रोहित शर्मा, विराट कोहली और एस भरत के साथ की गई छोटी-छोटी साझेदारियों की मदद से आसानी से विजयी लक्ष्य हासिल कर लिया।
इससे पहले रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की शानदार गेंदबाजी के सामने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 113 रन पर सिमट गई। जडेजा ने 12.1 ओवर में 42 रन देकर सात विकेट चटकाए तो वहीं अश्विन ने अपने 16 ओवर में 59 रन देकर तीन विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से ट्रेविस हेड ने सबसे ज्यादा 43 रन बनाये लेकिन दिन के पहले ही ओवर में मार्नुस लाबुशेन (35) के साथ दूसरी विकेट के लिए 42 रन की उनकी साझेदारी टूटने के बाद भारतीय गेंदबाज हावी हो गए। ऑस्ट्रेलिया ने अपने आखिर सात विकेट 18 रन के अंदर गंवा दिए।
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों का यह हश्र खराब शॉट सिलेक्शन की वजह से भी हुआ। ऑस्ट्रेलिया के कम से कम 5 बल्लेबाजों ने खराब स्लॉग स्वीप पर विकेट गंवाया। कुछ बल्लेबाजों ने ऑफ-मिडिल या लेग-मिडिल लाइन पर फेंकी गई गेंदों पर रिवर्स स्वीप की कोशिश की और अपना विकेट गंवा बैठे।
इस जीत के साथ ही यह साफ हो गया है कि बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत में ही रहेगी। नियमों के मुताबिक श्रृंखला बराबरी पर छूटने पर ट्रॉफी पिछली श्रृंखला जीतने वाली टीम को सौंपी जाती है।
Edited by : Nrapendra Gupta