सिडनी: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी चार टेस्ट मैचों की सीरीज में निचले मध्यक्रम के बल्लेबाजों की तरफ से कोई खास योगदान नहीं होने की बात को स्वीकारते हुए कहा है कि यह टीम के लिए चिंता का विषय है।
पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में पहली पारी में संघर्षपूर्ण 50 रन बनाये और उनके आउट होने के बाद भारत ने सिर्फ 64 रन पर आखिरी के छह विकेट गंवा दिए और पूरी टीम 244 के स्कोर पर सिमट गई।
पुजारा ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद यह स्वीकार करते हुए कहा कि निचले मध्यक्रम के बल्लेबाजों के योगदान में कमी चिंता का विशेष है जिसको लेकर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने इसके लिए हालांकि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को भी श्रेय दिया।
पुजारा ने कहा, “जब आप विदेश में खेल रहे होते हैं, तो रन बनाना कभी भी आसान नहीं होता। आपको निचले मध्य क्रम में अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी। हां, आप कई बार विकेट गंवा देते हैं और यहां तक कि जब कोई टीम भारत में आती है तब निचले मध्यक्रम के खिलाड़ी अनुभवी नहीं होते हैं, तो वे कई बार विकेट खो देते हैं। लेकिन निचले मध्यक्रम के बल्लेबाजों का योगदान न दे पाना कुछ ऐसा है जिसके बारे में हमे चर्चा करनी चाहिए। मुझे यकीन है कि इस बारे में एक बातचीत होगी।”(वार्ता)