मेलबोर्न। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 विश्व कप के फाइनल में सलामी बल्लेबाज एलिसा हीली का कैच टपकाने वाली 16 साल की शैफाली वर्मा का बचाव करते हुए रविवार को यहां कहा कि हार के लिए किसी एक खिलाड़ी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते।
शैफाली ने मैच के पहले ओवर में हीली का कैच टपका दिया जिन्होंने 39 गेंद में 75 रन की आतिशी पारी खेलने के अलावा बेथ मूनी (54 गेंद में नाबाद 78) के साथ पहले विकेट के लिए 115 रन की साझेदारी की जिससे ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट पर 184 रन बनाए।
भारतीय टीम बड़े लक्ष्य के दबाव को झेलने में नाकाम रही, जिसकी पारी 99 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया ने मुकाबले को 85 रन से जीतकर पांचवीं बार खिताब अपने नाम किया।
मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, शैफाली अभी केवल 16 वर्ष की है, वह अपना पहला विश्व कप खेल रही है। उसने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। महज 16 साल की किशोरी के लिए सकारात्मक सोच रखना और खेल में बने रहना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, यह उसके लिए एक सीख है लेकिन यह किसी के लिए भी हो सकता है। हम उसे दोष नहीं दे सकते क्योंकि उस तरह की स्थिति में दूसरे खिलाड़ी भी थे। बाएं हाथ की स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ ने भी पारी की शुरुआती ओवरों में अपनी ही गेंद पर मूनी का कैच टपका दिया था। हरमनप्रीत ने माना कि इन दो कैचों का छूटना निराशाजनक था।
भारतीय कप्तान ने कहा कि हमने शानदार लय में चल रहे बल्लेबाजों को मौका दिया और जब ऐसा होता है तो किसी गेंदबाज के लिए वापसी करना मुश्किल होता है। इस विश्व से भारतीय खिलाड़ियों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है। हमें इसका संतोष है कि हम विश्व कप के उपविजेता हैं।