नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के मुख्य कोच मार्क बाउचर का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग के बाकी मैच संयुक्त अरब अमीरात में कराने से वहां पिचों पर काफी असर पड़ेगा और टी20 विश्व कप के दौरान वे स्पिनरों की मददगार साबित होंगी।
आईपीएल 2021 के बाकी मैच यूएई में कराये जायेंगे जबकि टी20 विश्व कप भी कोरोना महामारी के कारण अब भारत की बजाय यूएई में ही होगा।आईपीएल का दूसरा चरण 19 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच होगा जबकि टी20 विश्व कप 17 अक्टूबर से शुरू होगा।
बाउचर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा , आईपीएल के बाद विकेट सूख जायेंगे । ये ऐसे विकेट नहीं होंगे जैसे दक्षिण अफ्रीका में होते हैं जिन पर 180-200 रन बना सकते हैं ।यहां काफी चतुराई से खेलना होगा ।
उन्होंने कहा , वे उन पिचों पर आईपीएल खेलेंगे जिससे पिचें पुरानी हो जायेंगी और बिल्कुल उपमहाद्वीप की पिचों की तरह होंगी ।
उन्होंने कहा कि स्पिनरों की मददगार पिचों पर बल्लेबाजी करना कठिन होगा।बाउचर ने कहा , आईपीएल से पता चल जायेगा कि उन पिचों पर कितना स्कोर सही रहेगा । मुझे डर है कि स्पिनरों की भूमिका निर्णायक हो जायेगी।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर रहे मार्क बाउचर का आंकलन एक दम सटीक है। आईपीएल 2021 के पहले चरण में भी कुछ ऐसी ही दिक्कतों का सामना बल्लेबाजों को करना पड़ा था। चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में लगातार हो रहे मैचौं के कारण पिच में लगातार क्रैक्स आ रहे थे। उस पर तेज गर्मी ने स्पिन गेंदबाजों का काम और आसान कर दिया। गेंद बल्ले तक रुक कर आ रही थी।
कई मैचों में तो यहां तक देखा गया कि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम अगर 140 का स्कोर भी बना लेती तो ओस की अनुपस्थिती में दूसरी बल्लेबाजी करने वाली टीम को यह 140 का स्कोर भी 190 रनों जैसा प्रतीत होता। बहरहाल अगर यह स्थिती टी-20 विश्वकप में हुई तो दर्शकों का जायका खराब हो जाएगा।
टी-20 विश्वकप में ज्यादातर दर्शक चौकों और छक्कों की बरसात देखने के लिए मैदान पर होते हैं। अगर पिच थोड़ी स्पोर्टी हो तो तेज गेंदबाजों द्वारा मददगार पिच जिसमें तेजी और उछाल हो, उसको भी पसंद किया जाता है। लेकिन टी-20 विश्वकप के लिए अगर पिच स्पिन गेंदबाजो की मददगार हो गई तो बहुत से लो स्कोरिंग मैच देखने को मिलेंगे। (भाषा/वेबदुनिया डेस्क)