डुनेडिन: बांग्लादेश की कप्तान निगर सुल्ताना ने डनेडिन की परिस्थितियों की आलोचना की, जहां उनकी टीम ने बारिश से प्रभावित मैच में मेज़बान न्यूज़ीलैंड के हाथों महिला विश्व कप 2022 का अपना दूसरा मैच गंवा दिया। उन्होंने गीली आउटफ़ील्ड को नहीं खेलने लायक बताया और कहा कि वह अपने खिलाड़ियों की "सुरक्षा" को लेकर चिंतित थीं। चार घंटे से अधिक की बारिश की देरी ने मैच को प्रति पारी 27 ओवर कर दिया, और दूसरी पारी में बूंदाबांदी लौट आई, जब बांग्लादेश 140 के बचाव में क्षेत्ररक्षण कर रहा था।
निगर सुल्ताना ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, 'सबसे पहले मैं कहना चाहूंगी कि खेलने योग्य परिस्थितियां नहीं थी। क्योंकि वहां बहुत बारिश हुई थी, लेकिन फिर भी हम वहां खेले। कभी-कभी गेंदबाज़ गेंद को सही से पकड़ नहीं पा रहे थे, और सीमारेखा के पास फ़ील्डिंग कर रहे फ़ील्डर गेंद को अच्छी तरह से नहीं देख पा रहे थे। मैं अपने फ़ील्डरों की सुरक्षा को लेकर थोड़ा चिंतित थी, क्योंकि हमें अभी पांच मैच और खेलने हैं। इसलिए इस तरह की परिस्थितियों में खेलना हमारे लिए मुश्किल था।'
न्यूज़ीलैंड की टीम जब लक्ष्य का पीछा कर रही थी, मौसम बिगड़ना शुरू हो गया। ड्रिंक्स ब्रेक होने से पहले न्यूज़ीलैंड 13 ओवर के बाद 1 विकेट के नुक़सान पर 73 रन बना चुकी थी। बांग्लादेश की टीम डगआउट की ओर जा रही थी जब अंपायरों ने ड्रिंक्स वापस भेज दिया और खेल जारी रखने के लिए कहा। शेष 68 रन बनाने के लिए न्यूज़ीलैंड ने केवल सात ओवर लिए।
हालांकि बांग्लादेश ने खेल जारी रखने के लिए ऑनफ़ील्ड निर्देशों को मान लिया। सुल्ताना ने 15 ओवर के बाद फिर से अंपायरों से बात की लेकिन हल्की बारिश के साथ खेल फिर से जारी रहा। बाद में उन्होंने संकेत दिया कि वह चाहती थीं कि खेल को रोका जाए लेकिन अधिकारियों को मना नहीं सकीं।
सुल्ताना ने कहा, 'जब हम मैदान पर थे, हमने अंपायरों से पूछा कि क्या हम इन परिस्थितियों में खेल जारी रखेंगे, और वे कहते रहे कि हमें जारी रखना चाहिए। मैदान पर मैं और कुछ नहीं कर सकती थी। लेकिन हम चिंतित थे, इसलिए मैदान के बाहर हम वहीं कर सकते हैं जो हम कर सकते हैं, जो भी हम कर सकते हैं उससे बात करें और देखें कि हम जोख़िम को कैसे कम कर सकते हैं। हम मैच रेफरी को बताएंगे कि स्थितियां ऐसी थीं। अगली बार इसे बेहतर बनाने के लिए क्या किया जाना चाहिए। देखिए हम विश्व कप में कुछ खिलाड़ियों को ही लाते हैं। इसलिए हमारे लिए मुश्किल हो जाता है अगर कोई अचानक चोटिल हो जाता है। हम बांग्लादेश से हैं, जो यहां से बहुत दूर है। इसलिए घर से एक नये खिलाड़ी को लाने पर उसे दस दिनों के क्वारंटीन से गुजरना पड़ता, और जबतक वो मैदान पर आएगी तब तक टूर्नामेंट ख़त्म हो जाएगा।'
टूर्नामेंट में बांग्लादेश के पांच मैच शेष थे, सुल्ताना को चिंता थी कि अगर उनके किसी भी खिलाड़ी को चोट लगती है, तो इससे बांग्लादेश को संसाधनों की कमी हो जाती और वे कड़ी टक्कर नहीं दे पाते। उन्होंने अधिकारियों से खिलाड़ियों की भलाई पर विचार करने के लिए कहा है, ख़ासकर अगर नम मौसम जारी रहता है। सुल्ताना ने कहा, 'हम बचे हुए मैच तभी खेल सकते हैं जब मेरे खिलाड़ी सुरक्षित हों। उन खिलाड़ियों की सुरक्षा जिनके सहयोग से मैं चुनौतियों का सामना करने जा रही हूं, मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है।'
सुल्ताना ने किसी भी संकेत को खारिज कर दिया कि वह बांग्लादेश के प्रदर्शन के लिए बहाना बना रही थीं और तुलनात्मक रूप से शुष्क परिस्थितियों की ओर इशारा किया जिसमें न्यूज़ीलैंड ने गेंदबाज़ी की। उन्होंने कहा, 'अगर आपको लगता है कि यह एक बहाना है, तो ऐसा नहीं है। पहली पारी के दौरान भी बारिश हुई थी, लेकिन परिस्थितियां ऐसी नहीं थी। जब हमने बल्लेबाज़ी की तो इतनी ज़्यादा बारिश नहीं हुई थी, हालात बहुत बेहतर थे। हमारे गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग के समय बारिश बहुत ज़्यादा थी।'
टूर्नामेंट में बांग्लादेश ने अब तक अपने दोनों मैच गंवाए हैं। हैमिल्टन में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपने अगले मैच के लिए उनके पास रणनीति बनाने के लिए एक सप्ताह का समय है।(वार्ता)