नई दिल्ली। आशीष नेहरा को जब भी 'चुका हुआ' लिख दिया जाता है, तभी इस तेज गेंदबाज ने अच्छी वापसी कर सभी को चुप कर दिया है और उनका मानना है कि इस उम्र में अब भी वे तेज गेंदबाजी करते हैं।
नेहरा ने एक साक्षात्कार में कहा कि मेरी उम्र में (वे अगले महीने 38 साल के हो जाएंगे) मैं अब भी तेज गेंदबाज हूं। मैं कभी भी 125 से 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाला गेंदबाज नहीं था। आज भी नई गेंद से मैं 138 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने का लक्ष्य बनाता हूं कि मुझे ऐसा करना ही है। रफ्तार ही सबकुछ नहीं है लेकिन अगर जरूरत पड़ती है तो मैं टी-20 में भी 140 से ज्यादा की रफ्तार पकड़ सकता हूं।
क्या इससे उन पर दबाव बनता है, क्योंकि मौजूदा कप्तान विराट कोहली भी उन्हें वैसे ही टीम में देखना चाहते हैं, जैसे सौरव गांगुली या महेंद्र सिंह धोनी उन्हें टीम में चाहते थे? इस पर उन्होंने कहा कि अगर कोई कहता है कि उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव महसूस नहीं होता तो वह झूठ बोल रहा है लेकिन मेरे करियर में इस चरण में दबाव से ज्यादा मेरे अंदर सीनियर क्रिकेटर होने के नाते जिम्मेदारी का भाव है ताकि युवा गेंदबाजों को अपनी सलाह से मदद कर सकूं।
नेहरा ने कहा कि मैं और महेंद्र सिंह धोनी अलग उम्र के 2 खिलाड़ी हैं। हमारा काम अपने अनुभव के अनुसार इस टीम में स्थिरता लाना है। यह पूछने पर कि अगर भारत उन्हें 2019 के 50 ओवरों के विश्व कप की टीम में चाहेगा तो? वे इस सुझाव पर हंस पड़े।
उन्होंने कहा कि 2019 अभी बहुत दूर है और मेरी उम्र को देखते हुए मैं इतना नहीं खेल सकता, हालांकि मैं जब युवा था तब भी मैंने कोई योजना नहीं बनाई थी। यहां तक महेंद्र सिंह धोनी जो मुझसे 2 साल छोटा है, वह भी इतनी दूर के बारे में नहीं सोच रहा होगा। उन्होंने कहा कि अभी मैं आईपीएल के लिए तैयारी कर रहा हूं, क्योंकि दिल्ली ने हजारे ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई नहीं किया है। फिर चैंपियंस ट्रॉफी होगी। (भाषा)