बमुश्किल बुरे फॉर्म से गुजर रहे अजिंक्य रहाणे अपनी जगह बचा पाए थे। लेकिन आज चोट के कारण वह मुंबई में खेले जा रहे टेस्ट मैच से बाहर हो गए। उपकप्तान रहाणे को बाएं हैमस्ट्रिंग में खिंचाव है इस कारण वह इस टेस्ट के लिए बाहर हो गए।
दुर्भाग्य की बात यह है कि इतने बड़े करियर के दौरान भी अजिंक्य रहाणे कभी अपने घरेलू मैदान मुंबई में मैच नहीं खेल पाए। आज उनके पास मौका था कि अपने घरेलू दर्शकों के सामने वह शॉट्स लगाएं लेकिन हैमस्ट्रिंग की चोट ने उनसे यह मौका छीन लिया।
टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो अगर अजिंक्य रहाणे मुंबई टेस्ट में शामिल होते तो यह उनका 80वां टेस्ट भी होता। अब तक खेले 79 टेस्ट मैचों में अजिंक्य रहाणे 39 की औसत के साथ में 12 शतक और 24 अर्धशतकों की मदद से 4795 रन बना चुके हैं।
हाल ही में अजिंक्य रहाणे अपने खराब फॉर्म के कारण चर्चा में रहे हैं। पिछले मैच में कप्तान रहे अजिंक्या रहाणे का पिछले 16 टेस्ट मैचों में औसत सिर्फ़ 24.39 का रहा है। इसमें एक शतक भी शामिल है। उनका करियर औसत अब 40 से भी कम हो गया है। घर पर उनका औसत सिर्फ़ 35.73 है, जो पिछले पांच सालों में और कम होकर सिर्फ़ 30.08 रह गया है। उन्हें टेस्ट शतक लगाए करीब 1 साल हो गया है।
अजिंक्य रहाणे ने आखिरी शतक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया था। उनके टेस्ट शतक को भी एक साल होने वाला है। हालांकि अजिंक्य रहाणे के खुदबखुद चोटिल होकर बाहर होने के बाद टीम मैनेजमेंट को कप्तान विराट कोहली की जगह भरने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
भारतीय टीम प्रबंधन के लिए यह सबसे आसान विकल्प होता कि वह रहाणे को बाहर करें, विराट अपने पुराने बल्लेबाज़ी क्रम नंबर चार पर आएं और अय्यर कानपुर टेस्ट की ही तरह नंबर पांच पर उतरें।
रहाणे के चोटिल होने पर मयंक अग्रवाल ने ली चैन की सांस
पिछले मैच में भले ही मयंक अग्रवाल 17 और 13 रनों के स्कोर पर आउट हुए लेकिन पिछले कुछ टेस्ट मैचों में उनका प्रदर्शन खासा अच्छा रहा है।
15 टेस्ट में उनका औसत 43.28 का है। उन्होंने घर पर दक्षिण अफ़्रीका और बंगलादेश के ख़िलाफ़ दोहरा शतक भी बनाया है। वहीं विदेशों में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दो टेस्ट मैच खेलने के बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया में रोहित शर्मा के लिए जगह खाली करनी पड़ी थी। मयंक अग्रवाल आज शुभमन गिल के साथ ओपनिंग पर उतरे और दोनों ने 50 रनों की साझेदारी कर ली।अगर रहाणे फिट होते तो हो सकता था मयंक अग्रवाल को बैंच पर बैठना पड़ सकता था।
एजाज पेटल को मिला जन्मभूमि पर खेलने का मौका
अजिंक्य रहाणे भले ही मुंबई पर अपना डेब्यू टेस्ट ना खेल पाए हों लेकिन न्यूजीलैंड के कीवी स्पिनर पहली बार अपनी जन्मभूमि मुंबई में पहला टेस्ट खेलने उतरे।
न्यूज़ीलैंड के बायें हाथ के स्पिनर एजाज पटेल तब एक महीने के बच्चे थे, जब न्यूज़ीलैंड ने मुंबई में अपना पिछला टेस्ट खेला था और जब पटेल ने अपने 'सपनों का शहर' मुंबई छोड़ा, तब वह आठ साल के थे। अब जब वह यहां पर टेस्ट खेलने आए हैं, तब यह शहर उनके सपनों में भी नहीं आता है। वह 25 साल बाद यहां अपने देश के लिए खेलने के लिए लौट आए हैं।पटेल ने कहा, "मैं मुंबई टेस्ट के बारे में सोच रहा था। यहां वापस आना अच्छा है।