कोटा। राजस्थान के भरतपुर में रहने वाले आदित्य शर्मा और अनुराग शर्मा गैर हमशक्ल जुड़वां भाई हैं और उन्हें इस सप्ताह के शुरुआत में जेईई-मुख्य परीक्षा देनी थी, लेकिन वे इसमें शामिल नहीं हो पाए। दोनों ने शनिवार को आरोप लगाया कि पहचान संदिग्ध होने का हवाला देते हुए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने उनका प्रवेश पत्र रोक दिया जिसकी वजह से वे परीक्षा नहीं दे पाए।
दोनों भाइयों ने दावा किया कि उन्हें 25 जनवरी को परीक्षा देनी थी और जयपुर परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया था, लेकिन प्रवेश पत्र देने से इनकार कर दिया गया।
भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के अधिकारी पिता जिगनेश शर्मा ने बताया कि उनके बेटों ने अन्य जानकारी के साथ शपथ-पत्र दिया था कि वे जुड़वां भाई हैं और उन्हें पंजीकरण संख्या के साथ उक्त जानकारी प्राप्त होने की पावती मिली थी।
उन्होंने बताया कि दोनों जुड़वां भाई अपनी मां के साथ परीक्षा से 2 दिन पहले 23 जनवरी को जयपुर गए जहां पर उन्हें एनटीए की वेबसाइट से प्रवेश पत्र मिलना था। पिता ने आरोप लगाया कि आखिरी समय में एनटीए ने पहचान संदिग्ध होने का हवाला देते हुए प्रवेश पत्र देने से मना कर दिया जिससे दोनों भाइयों की साल भर की मेहनत बर्बाद हो गई।
उन्होंने दावा किया कि दोनों भाइयों को 23 जनवरी को एनटीए की ओर से अलग-अलग ई-मेल प्राप्त हुए जिनमें कहा गया कि उनका प्रवेश पत्र रोका गया है और उनसे स्पष्टीकरण देने को कहा गया।
पिता ने आरोप लगाया कि तत्काल दस्तावेजों के साथ स्पष्टीकरण ई-मेल के जरिये भेजने के बावजूद दोनों भाइयों को जवाब नहीं मिला।
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने कई बार ट्वीट किया और उनके बेटों ने एनटीए की हेल्पलाइन पर कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। भाषा Edited by Sudhir Sharma