नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड छात्रों के बीच अहितकर प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाओं के लिए मेधा सूची घोषित नहीं करेगा।बोर्ड छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी भी नहीं दे रहा। उन 0.1 प्रतिशत छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट मिलेगा, जिन्होंने विषयों में सबसे ज्यादा अंक हासिल किए हैं।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने शुक्रवार को यह बात कही। सीबीएसई ने 2020 और 2021 में मेधा सूची की घोषणा नहीं की थी, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण परीक्षा आयोजित नहीं कर पाने से नतीजे वैकल्पिक मूल्यांकन योजना के आधार पर घोषित किए गए थे।
भारद्वाज ने कहा, बोर्ड के पूर्व के फैसले के अनुसार छात्रों के बीच अहितकर प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए कोई मेधा सूची घोषित नहीं की जाएगी। बोर्ड अपने छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी भी नहीं दे रहा है।
उन्होंने कहा, बोर्ड उन 0.1 प्रतिशत छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट जारी करेगा, जिन्होंने विषयों में सबसे ज्यादा अंक हासिल किए हैं। 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए 2022 की परीक्षाओं के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए। जहां 92.7 प्रतिशत छात्रों ने 12वीं की परीक्षा पास की, वहीं 10वीं में 94.40 प्रतिशत छात्र सफल रहे।
12वीं कक्षा में 1,34,797 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक और 33,432 ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। 10वीं कक्षा में 64,908 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक और 2,36,993 ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए।(भाषा)