नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ भर्ती योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। इसमें बंपर आवेदन मिले हैं। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 24 जून को शुरू की गई थी। भारतीय वायुसेना में अग्निवीर योजना में कुल 7,49,899 आवेदन मिले हैं।
एयरफोर्स में पहले चरण में अग्निवीरवायु की 3500 पदों पर योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाना है। अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती किए जाने वाले 75 फीसदी अग्निवीरों को 4 साल बाद सेवा मुक्त कर दिया जाएगा। शेष 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में उपयुक्त ट्रेड में समायोजित किया जाएगा
भारतीय सेना में अग्निवीर योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी और इसके एक सप्ताह बाद तक योजना के विरोध में कई राज्यों में प्रदर्शन हुए थे।
अग्निवीर योजना में कुल 7,49,899 आवेदन मिले हैं। 29 जून सुबह 10 बजे तक 2.01 से ज्यादा अभ्यर्थी अग्निवीरवायु के लिए आवेदन कर चुके थे। आज रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख थी।
वायुसेना ने ट्वीट किया- 'अग्निपथ भर्ती योजना के लिए आईएएफ द्वारा आयोजित ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो गई है।' इसमें कहा गया है, 'पहले 6,31,528 आवेदनों की तुलना में इस बार 7,49,899 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो किसी भी भर्ती प्रक्रिया में सबसे ज्यादा हैं।'
अग्निपथ योजना 14 जून को घोषित की गई थी, जिसमें साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान है। चार साल बाद इनमें से केवल 25 प्रतिशत युवाओं की सेवा नियमित करने का प्रावधान है। इस योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन होने के बाद सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को इस साल के लिए बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया है।
कई भाजपा शासित राज्यों ने भी घोषणा की है कि अग्निपथ योजना के तहत सशस्त्र बलों में भर्ती होने वाले अग्निवीरों को चार साल के बाद राज्य पुलिस की नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी।