नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में एकल आधार पर 13,265 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 74 प्रतिशत अधिक है। ब्याज आय बढ़ने से उसके लाभ में बढ़ोतरी हुई है। 1 साल पहले की समान तिमाही में बैंक का एकल आधार पर लाभ 7,627 करोड़ रुपए रहा था।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शनिवार को शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान में कमी आने और ब्याज आय बढ़ने से उसके लाभ में बढ़ोतरी हुई है। 1 साल पहले की समान तिमाही में बैंक का एकल आधार पर लाभ 7,627 करोड़ रुपए रहा था।
आलोच्य तिमाही में बैंक की कुल आय भी बढ़कर 88,734 करोड़ रुपए हो गई, जो 1 साल पहले की समान तिमाही में 77,689.09 करोड़ रुपए थी। पिछली तिमाही में एसबीआई की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 13 प्रतिशत बढ़कर 35,183 करोड़ रुपए हो गई जबकि 1 साल पहले यह 31,184 करोड़ रुपए थी।
जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता भी बेहतर हुई है। इसकी सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) घटकर सकल अग्रिम का 3.52 प्रतिशत रह गईं जबकि 1 साल पहले की इसी तिमाही में यह 4.90 प्रतिशत थी।
शुद्ध एनपीए यानी फंसे कर्जों का अनुपात भी घटकर कुल अग्रिम का 0.80 प्रतिशत रह गया। 1 साल पहले की समान अवधि में यह अनुपात 1.52 प्रतिशत था। इसका नतीजा फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान की जरूरत में गिरावट के रूप में आया है। 1 साल पहले फंसे कर्जों के लिए 2,699 करोड़ रुपए का प्रावधान बैंक को करना पड़ा था लेकिन सितंबर तिमाही में यह राशि घटकर 2,011 करोड़ रुपए रह गई।
समेकित आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 66 प्रतिशत बढ़कर 14,752 करोड़ रुपए हो गया जबकि 1 साल पहले की समान तिमाही में यह 8,890 करोड़ रुपए था। आलोच्य तिमाही में एसबीआई समूह की कुल आय भी बढ़कर 1,14,782 करोड़ रुपए हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,01,143.26 करोड़ रुपए थी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta