कर भुगतान के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज अव्वल

Webdunia
सोमवार, 14 अगस्त 2017 (22:14 IST)
नई दिल्ली। मुकेश अंबानी नीत रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) देश में सबसे अधिक कर भुगतान करने वाली कंपनी है। कंपनी ने पिछले 10 साल के दौरान 2 लाख 88 हजार करोड़ रुपए की कर अदायगी की है।
 
कंपनी की तरफ से बताया गया है कि पिछले पांच साल के दौरान वह देश में सबसे बड़ी निवेशक भी रही है। इस दौरान उसने 51 अरब डॉलर अर्थात 3 लाख 30 हजार करोड रुपए का निवेश किया है। निवेश में से 2 लाख करोड रुपये से अधिक तो उसने अपनी दूर संचार सेवा कंपनी जियो में लगाया है। इसके अलावा 1 लाख 30 हजार करोड रुपए से अधिक का निवेश ऊर्जा और सामान के कारोबार लगाया गया है।
       
समूह के कुल मिलाकर ढाई लाख से अधिक कर्मचारी हैं। जियो के जरिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 50 लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मुहैया कराया है। पिछले 10 साल के दौरान उसने 16.8 लाख करोड़ रुपए के उत्पादों का निर्यात किया। रिलायंस फाउंडेशन कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत देश में सबसे अधिक खर्च करने वाली कंपनी है। सीएसआर के तहत कंपनी ने 3150 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए हैं, जो अनिवार्य शुद्ध मुनाफे के 2 प्रतिशत की तुलना में कहीं अधिक है। (वार्ता) 

Show comments

जरूर पढ़ें

India-Pakistan Conflict : सिंधु जलसंधि रद्द होने पर प्यासे पाकिस्तान के लिए आगे आया चीन, क्या है Mohmand Dam परियोजना

Naxal Encounter: कौन था बेहद खौफनाक नक्‍सली बसवराजू जिस पर था डेढ़ करोड़ का इनाम?

ज्‍योति मल्‍होत्रा ने व्‍हाट्सऐप चैट में हसन अली से कही दिल की बात- कहा, पाकिस्‍तान में मेरी शादी करा दो प्‍लीज

भारत के 2 दुश्मन हुए एक, अब China ऐसे कर रहा है Pakistan की मदद

गुजरात में शेरों की संख्या बढ़ी, खुश हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

सभी देखें

नवीनतम

पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ ने बताया आसिम मुनीर को पदोन्नत करने का फैसला किसका था...

इंदौर के कारोबारी संगठन का बड़ा फैसला, चीन और बांग्लादेश में बने कपड़े बेचे तो 1.11 लाख रुपए जुर्माना

Delhi NCR Weather : दिल्ली- NCR में आंधी का कहर, बारिश के साथ गिरे ओले, टूटे पेड़, 2 की मौत

Operation Sindoor : सांबा सेक्टर में घुसपैठ की फिराक में थे 45-50 आतंकी, BSF ने भारी गोलाबारी कर दिया था मुंहतोड़ जवाब

मध्यप्रदेश देश का दिल है, इसकी धड़कनों में प्रदेश की आहट होना चाहिए : मोहन यादव

अगला लेख