नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेपो रेट में भारी वृद्धि की घोषणा की। रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 40 आधार अंकों की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने एकमत से नरम मौद्रिक रुख को जारी रखने का फैसला किया। महामारी के दौरान किए गए उपायों को सोच-विचार कर वापस लिया जाएगा। नीतिगत दर में वृद्धि का मकसद मध्यम अवधि में आर्थिक वृद्धि संभावना को मजबूत और सुदृढ़ करना है।
RBI के फैसले के बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। दोपहर 2.45 पर सेंसेक्स 1185 अंक गिरकर 55791 था जबकि निफ्टी में भी 258 अंकों की गिरावट देखी गई। इस समय निफ्टी भी 50168 पर आ गया। RBI के फैसले से जुड़ी 5 खास बातें...
-RBI ने मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए अनियत नीतिगत समीक्षा में मानक ब्याज दर में 40 आधार अंकों की वृद्धि कर 4.40 फीसदी करने का निर्णय लिया।
-जिंसों और वित्तीय बाजारों में कमी और अस्थिरता के हालात और गंभीर होते जा रहे हैं।
-विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर से अधिक के ऊंचे स्तर पर बना हुआ है। ऋण से जीडीपी निचले स्तर पर है।
-रिजर्व बैंक ने नकद आरक्षित अनुपात को आधा प्रतिशत बढ़ाकर 4.50 प्रतिशत किया, जो 21 मई से लागू होगा।
-आरबीआई गवर्नर ने मौद्रिक नीति समिति की बिना तय कार्यक्रम के आयोजित बैठक के बाद कहा कि भू-राजनीतिक तनाव की वजह से मुद्रास्फीति बढ़ रही है।