मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के ऋणमुक्त होने के बाद भी मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स (Jio Platforms) में निवेश का सिलसिला जारी है और 12 सप्ताह में 13 निवेशों के जरिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 25.24 इक्विटी के लिए 1,18,318.45 लाख करोड़ का निवेश हो चुका है।
रविवार को अमेरिकी क्वालकॉम (Qualcomm) इनकॉर्पोरेटेड की सहायक निवेशक कंपनी क्वालकॉम वेंचर्स (Qualcomm Ventures) ने 0.15 प्रतिशत इक्विटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 730 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की।
जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश का सिलसिला 22 अप्रैल को सोशल मीडिया क्षेत्र की अग्रणी कंपनी फेसबुक के साथ शुरू हुआ था और 12 सप्ताह से यह अनवरत जारी है।
क्वालकॉम वेंचर्स का जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश कंपनी के 4.91 लाख करोड़ रुपए के इक्विटी मूल्यांकन और 5.16 लाख करोड़ रुपए की उद्यम कीमत पर हुआ है। क्वालकॉम को दुनियाभर में उसकी बेहतरीन वायरलेस तकनीक के लिए जाना जाता है।
जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश 22 अप्रैल को फेसबुक से शुरू हुआ था, उसके बाद सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और सिल्वर लेक ने अतिरिक्त निवेश किया था।
बाद में अबूधाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी एडीआईए, टीपीजी एल कैटरटन, पीआईएफ और इंटेल ने भी निवेश की घोषणा की थी। क्वालकॉम दुनिया की अग्रणी वायरलेस टेक्नोलॉजी इनोवेटर है और 5जी के विकास, लॉन्च और विस्तार के लिए काम करती है। रिसर्च और विकास पर क्वालकॉम अब तक 62 अरब डॉलर से अधिक खर्च कर चुकी है।
पिछले 35 वर्षों में क्वालकॉम के पास पेटेंट और पेटेंट एप्लीकेशन्स मिलाकर 140,000 से अधिक इनोवेशन्स हैं। क्वालकॉम ने इनोवेशन्स को बढ़ावा देने और भारतीय प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
क्वालकॉम वेंचर्स एक वैश्विक कोष है जो 5जी, एआई, आईओटी, ऑटोमोटिव, नेटवर्किंग और एंटरप्राइज जैसे क्षेत्रों में वायरलेस इकोसिस्टम में निवेश करता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि आज मैं जियो प्लेटफार्मों में एक निवेशक के तौर पर क्वालकॉम वेंचर्स का स्वागत करते हुए प्रसन्नता महसूस कर रहा हूं।
क्वालकॉम कई वर्षों से एक महत्वपूर्ण भागीदार रहा है और हमारे पास एक मजबूत और सुरक्षित वायरलेस और डिजिटल नेटवर्क को खड़ा करने और भारत में हर किसी के लिए डिजिटल कनेक्टिविटी के लाभों का विस्तार करने का साझा दृष्टिकोण है।
वायरलेस प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में क्वालकॉम के पास गहरा तकनीक ज्ञान है और जो हमें 5जी तकनीक में और भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेंशन में सहायक होगा।
क्वालकॉम इनकॉर्पोरेटेड के सीईओ स्टीव मोलेनकॉफ ने जियो की प्रशंसा करते हुए कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स ने अपनी व्यापक डिजिटल और तकनीकी क्षमताओं के जरिए भारत में डिजिटल क्रांति का नेतृत्व किया है। भारत में काम करने के लंबे अनुभव के साथ और एक निवेशक के रूप में हम भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए जियो के दृष्टिकोण में भूमिका निभाने के लिए तत्पर हैं।
जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की अनुषंगी इकाई है। ये एक अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है।
इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर एक हाईस्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एकसाथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वह जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई बनी रहेगी।
जियो एक ऐसे 'डिजिटल भारत' का निर्माण करना चाहता है जिसका फ़ायदा 130 करोड़ भारतीयों और व्यवसायों को मिले। एक ऐसा 'डिजिटल भारत' जिससे ख़ासतौर पर देश के छोटे व्यापारियों, माइक्रो व्यवसायियों और किसानों के हाथ मज़बूत हों।
जियो ने भारत में डिजिटल क्रांति लाने और भारत को दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल ताकतों के बीच अहम स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।