उद्योग में अपनी तरह की पहली पहल के तहत महिंद्रा एंड महिंद्रा लगभग 23,000 कर्मचारियों के लिए एकमुश्त कर्मचारी शेयर स्वामित्व योजना (ESOP) शुरू कर रही है। इनमें कारखाने में काम करने वाले कर्मचारी भी शामिल हैं। यह योजना कंपनी की वृद्धि यात्रा में कर्मचारियों के योगदान के लिए उन्हें पुरस्कार देने को शुरू की जाएगा। ईएसओपी का अर्थ, जब कोई कर्मचारी कंपनी में मुख्य रूप से स्टॉक शेयरों के रूप में स्वामित्व ब्याज प्राप्त करता है, तो कर्मचारी स्टॉक ओनरशिप प्लान या ईएसओपी शेयर के रूप में जाना जाता है। ईएसओपी शेयर कर्मचारियों को अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
महिंद्रा समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) अनीश शाह ने यह जानकारी दी। शाह ने बताया कि इस पहल में महिंद्रा की तीन प्रमुख अनुषंगी कंपनियां- महिंद्रा एंड महिंद्रा (वाहन और कृषि क्षेत्र), महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल और महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी शामिल हैं। यह अपनी तरह का शायद पहला उदाहरण है, जब किसी बड़े भारतीय समूह ने सभी कर्मचारियों को ईसॉप की सुविधा दी है। ये शेयर प्रतिबंधित शेयर इकाइयों (आरएसयू) के रूप में दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, मुझे इस बात की बहुत खुशी है और मुझे हमारी कंपनी की संस्कृति पर बहुत गर्व है क्योंकि ये ईसॉप कंपनी के प्रत्येक कर्मचारी के लिए हैं। यह वास्तव में कृतज्ञता का प्रतीक है, क्योंकि उनके प्रयासों से हमें बहुत अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली है।
उन्होंने बताया कि इस विविधीकृत समूह का बाजार पूंजीकरण अप्रैल, 2020 से 12 गुना बढ़ा है, और समूह को लगा कि कर्मचारियों के योगदान को स्वीकार करना जरूरी है। समूह में कम से कम 12 महीने की सेवा वाले स्थाई पेरोल कर्मचारी ईसॉप पाने के पात्र होंगे।
ईएसओपी क्या है : ईएसओपी का अर्थ, जब कोई कर्मचारी कंपनी में मुख्य रूप से स्टॉक शेयरों के रूप में स्वामित्व ब्याज प्राप्त करता है, तो कर्मचारी स्टॉक ओनरशिप प्लान या ईएसओपी शेयर के रूप में जाना जाता है। ईएसओपी शेयर कर्मचारियों को अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। यह कर्मचारियों को उनके काम के लिए मूल्यवान महसूस करने और बेहतर रिवॉर्ड प्राप्त करने में भी मदद करता है।
Edited By : Chetan Gour