साइकल पर माचिस बेचता था दुनिया की सबसे बड़ी फर्नीचर रिटेल कंपनी IKEA का मालिक, अब भारत में 10500 करोड़ का निवेश...

Webdunia
शनिवार, 11 अगस्त 2018 (16:21 IST)
दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी आइकिया ने भारत में कदम रख लिया है। हैदराबाद में इस कंपनी ने अपना पहला स्टोर शुरू किया है। भारत में यह कंपनी करीब 10500 करोड़ का निवेश करेगी। दुनिया के 49 देशों में 412 स्टोरों की मौजूदगी वाली आइकिया को स्‍वीडन के इंगवार कैंपरैड ने शुरू किया था। एक छोटे से फार्म एल्‍मतरीड पर जन्‍मे इंगवार कैंपरैड ने अपनी मेहनत और इच्छाशक्ति के दम पर आइकिया को दुनिया की नंबर एक फर्नीचर कंपनी बना दिया। इंगवार के सफलता के शिखर पर पहुंचने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है।
 
संघर्षभरा रहा बचपन : एक छोटे से फार्म एल्‍मतरीड पर जन्‍मे इंगवार कैंपरैड का बचपन गरीबी में बीता, लेकिन कड़ी मेहनत के दम पर वे दुनिया की नंबर वन फर्नीचर कंपनी का मालिक बन गए। इंगवार केवल 6 साल की उम्र में बाजार से थोक में माचिस उधार खरीदते और घर-घर जाकर बेचते थे। उसके बाद जो पैसे आते, उससे उधार चुका देते। वे इस काम के साथ अपनी पढ़ाई भी करते। जब इंगवार कैंपरैड 10 साल के हुए तो साइकल से यह काम करने लगे। इंगवार कैंपरैड साइकल से गांव के अलावा पड़ोस के गांवों में भी जाने लगे। धीरे-धीरे इंगवार ने माचिस के साथ मछली, क्रिसमस ट्री सजाने की चीजें, बीज, बॉल पॉइंट पेन, पेंसिल आदि बेचना भी शुरू कर दिया।
ऐसे आया आइकिया का आइडिया : इंगवार कैंपरैड को बचपन से ही डिस्‍लेक्सिया की बीमारी थी। उन्होंने इस बीमारी को अपनी पढ़ाई में बाधा नहीं बनने दिया। एक बार जब उन्‍होंने क्‍लास में अच्‍छा प्रदर्शन किया तो उन्‍हें पिता से कुछ पैसे इनाम में मिले। इन्‍हीं पैसों से इंगवार ने 1943 में आइकिया शुरू की। इस समय इंगवार केवल 17 साल के थे।
स्टोरी का वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें 
शुरुआत में बेची किचन टेबल : आइकिया ने किचन टेबल बेचने से शुरुआत की थी। उसके बाद जल्‍द ही कंपनी फर्नीचर बिजनेस में उतर गई। इंगवार स्‍थानीय कारीगरों से सस्‍ते में फर्नीचर खरीदकर उन्‍हें महंगे में उपभोक्ताओं को बेचते थे। आइकिया के शुरू होने के 2 साल पूरे होते-होते कंपनी काफी प्रसिद्धि पा चुकी थी और काफी ऑर्डर मिलने लगे थे। यहां तक कि इंगवार को फर्नीचर पहुंचाने के लिए दूध के ट्रक का प्रयोग करना पड़ा।
 
कबाड़ी बाजार के पहने कपड़े, चलाई सेकंड हैंड कार : आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया की नंबर वन फर्नीचर कंपनी के मालिक इंगवार ने सादगी से अपना जीवन जिया। उन्होंने कभी अमीरी का प्रदर्शन नहीं किया। वे कबाड़ी बाजार से कपड़े पहनकर खरीदते थे और सस्‍ते रेस्‍टोरेंट में खाना खाते थे। इंगवार ने जिंदगीभर सेकंड हैंड और पुरानी कार का प्रयोग किया जिसे वे खुद ही चलाते थे और हवाई जहाज में इकोनॉमी क्‍लास से सफर करते थे। इस कारण उनके गांव के लोग 'कंजूस अंकल' तक कहते थे। इस साल 91 साल की उम्र में इंगवार कैंपरैड का निधन हो गया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

सभी देखें

नवीनतम

ओडिशा की घटना पर प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ें, महिला आयोग संज्ञान ले : सुप्रिया श्रीनेत

गृहमंत्री अमित शाह ने बताई नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन

Bengal Flood : ममता बनर्जी ने बाढ़ को बताया साजिश, PM मोदी को लिखा पत्र, दी यह चेतावनी

Tirupati Laddu Controversy : जेपी नड्डा ने CM चंद्रबाबू से मांगी रिपोर्ट, बोले- जांच के बाद होगी उचित कार्रवाई

इस बार कश्मीर के चुनाव मैदान में हैं 25 पूर्व आतंकी, अलगाववादी और जमायते इस्लामी के सदस्य

अगला लेख
More