नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जल्द ही शेयर बाजार में निवेश की सीमा 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर सकता है।
ईपीएफओ के 5 करोड़ अंशधारकों पर इसका सीधा असर होगा। कहा जा रहा है कि ईपीएफओ डेट् सिक्योरिटी से मिले कम रिटर्न की भरपाई शेयर बाजार में निवेश करके करना चाहता है।
मीडिया खबरों के अनुसार, करीब 2 सप्ताह पहले फाइनेंस इनवेस्टमेंट एंड ऑडिट कमेटी की बैठक में शेयरों में निवेश की सीमा को बढ़ाने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई थी। अब को जून के आखिरी सप्ताह में होने वाली ईपीएफओ सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की बैठक में यह प्रस्ताव रखा जाएगा। इसके बाद श्रम मंत्रालय और फिर वित्त मंत्रालय की मंजूरी ली जाएगी।
कहा जा रहा है कि ईपीएफओ चरणबद्ध तरीके से निवेश की सीमा बढ़ाएगा। पहले इसे 20 फीसदी किया जाएगा और फिर इसे 25 प्रतिशत किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ईपीएफओ ने इस वर्ष पीएफ अंशधारकों को 8.1 फीसदी ब्याज देने का फैसला किया है। जो पिछले 43 सालों में सबसे कम है। पिछले वर्ष 8.5 फीसदी ब्याज दिया गया था।