Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों के मुनाफे में आई 90% की गिरावट, जानिए क्‍या है वजह...

हमें फॉलो करें सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों के मुनाफे में आई 90% की गिरावट, जानिए क्‍या है वजह...

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , रविवार, 4 अगस्त 2024 (13:19 IST)
90 percent decline in the profits of government petroleum companies : रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज करने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (HPCL) के अप्रैल-जून तिमाही के मुनाफे में 90 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। इसकी प्रमुख वजह रसोई गैस (LPG) की लागत से कम दाम पर बिक्री है।
 
देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी आईओसी का अप्रैल-जून तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 81 प्रतिशत घटा है। यह चालू वित्त वित्त की पहली तिमाही में 2,643.18 करोड़ रुपए रहा है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 13,750.44 करोड़ रुपए का लाभ कमाया था। तिमाही आधार पर भी कंपनी के मुनाफे में गिरावट आई है। इससे पिछली जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा 11,570.82 करोड़ रुपए रहा था।
 
तिमाही के दौरान एचपीसीएल का मुनाफा 90 प्रतिशत घटकर 633.94 करोड़ रुपए रह गया, जबकि अप्रैल-जून, 2023 में यह 6,765.50 करोड़ रुपए और पिछली मार्च तिमाही में 2,709.31 करोड़ रुपए था। बीपीसीएल का शुद्ध लाभ अप्रैल-जून में घटकर 2,841.55 करोड़ रुपए हो गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 10,644.30 करोड़ रुपए और जनवरी-मार्च तिमाही में 4,789.57 करोड़ रुपए था।
तीनों ईंधन खुदरा विक्रेताओं ने पिछले साल लागत में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बरकरार रखकर अत्यधिक मुनाफा कमाया था। इन कंपनियों का तर्क था कि इससे पिछले साल लागत बढ़ने के बावजूद उन्होंने दाम नहीं बढ़ाए थे और नुकसान उठाया था। हालांकि कीमतों को ‘फ्रीज’ करने का लाभ आम चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल के दाम में दो-दो रुपए प्रति लीटर की कटौती से जाता रहा।
 
इसके अलावा तीनों पेट्रोलियम कंपनियों को एलपीजी की लागत से कम बिक्री पर सब्सिडी नहीं मिली है। इन कंपनियों द्वारा शेयर बाजारों को भेजी सूचना के अनुसार, आईओसी को अप्रैल-जून में एलपीजी की लागत से कम दाम पर बिक्री से 5,156.23 करोड़ रुपए, बीपीसीएल को 2,015.10 करोड़ रुपए और एचपीसीएल को 2,443.71 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
 
पेट्रोलियम मंत्रालय के एक आदेश के अनुसार, जब एलपीजी सिलेंडर की बाजार निर्धारित कीमत (एमडीपी) ग्राहक के लिए इसकी प्रभावी लागत (ईसीसी) से कम होती है, तो पेट्रोलियम विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भविष्य के समायोजन के लिए इस अंतर को एक अलग बफर खाते में रखना होता है। हालांकि 30 जून, 2024 को, तीनों कंपनियों का शुद्ध बफर नकारात्मक था।
तीन पेट्रोलियम कंपनियों आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने वित्त वर्ष 2023-24 में लगभग 81,000 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज कमाया था। यह तेल संकट से पहले के वर्षों में उनकी सालाना 39,356 करोड़ रुपए की कमाई से कहीं अधिक था।
 
आईओसी ने 2023-24 में 39,618.84 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध लाभ कमाया था, जबकि 2022-23 में यह 8,241.82 करोड़ रुपए था। बीपीसीएल ने वित्त वर्ष 2023-24 में 26,673.50 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया, जो 2022-23 में 1,870.10 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2021-22 में 8,788.73 करोड़ रुपए था।
 
इसी तरह एचपीसीएल ने 2023-24 में 14,693.83 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था। वित्त वर्ष 2022-23 में उसे 8,974.03 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। वहीं 2021-22 में कंपनी ने 6,382.63 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

चलियार नदी सुना रही है वायनाड में तबाही की खौफनाक कहानी, 40 KM तक बहे शव