मंगल मकर में उच्च का कर्क में नीच का होता है। लाल किताब के अनुसार मंगल नेक और मंगल बद होता है। दसवें घर में मंगल है तो उसे उच्च का माना जाएगा और चौथे घर में है तो नीच का माना जाएगा। लेकिन यहां तीसरे घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : यहां मंगल यदि अशुभ है तो 'पिजरें का शेर' और यदि शुभ है तो 'शूरवीर'। शूरवीर यदि समझदार है तो जीवन सफल समझों। मेहनत से अर्जीत दौलत में बरकत होगी। मंगल ग्रह की यह स्थिति कभी-कभी आपको, कानों रक्त विकास या बाजुओं से संबंधित तकलीफें हो सकती हैं। आपकी रुचि रसायन, यांत्रिक इंजीनियर, अस्त्र शस्त्र में हो सकती है। जातक की शादी के बाद जातक के ससुराल वाले अमीर होते जाएंगे। जातक खाओं पियो और मस्त रहो के सिद्धांत में विश्वास करेगा।
पांच सावधानियां
1. पड़ोसी और सगे संबंधियों से झगड़ा न करें।
2. गवाह देने या महत्वपूर्ण कागजों पर हस्ताक्षर करने का कार्य न करें।
3. बुरी स्त्रीयों से दूर रहें।
4. धूरतापूर्ण स्वाभाव छोड़ दें।
5. वाणी पर संयम रखें और हमेशा लोगों से प्यार करें।
ये पांच कार्य करें
1. बाएं हाथ में चांदी की अंगूठी पहनें।
2. समृद्धि प्राप्ति के लिए भाइयों से अच्छे संबंध रखें।
3. हनुमान चालीसा पढ़ें। नरम दिल बनें और अहंकार से बचें।
4. गरीब व्यक्ति को सामर्थ्य अनुसार दान करें।
5. चांदी का टुकड़ा पर्स में रखें।