लाल किताब : सिर्फ 9 उपाय करें और 9 ही ग्रहों से पाएं चमत्कारिक लाभ

अनिरुद्ध जोशी
मंगलवार, 14 सितम्बर 2021 (17:48 IST)
आपकी कुंडली में कोई भी ग्रह शुभ है या अशुभ आप लाल किताब के मात्र 9 उपाय करें और सभी 9 ग्रहों के प्रभाव को शुभ बना लें। हालांकि इसके लिए लाल किताब की शर्तों और नियमों का पालन करना भी जरूरी है। जैसे शनि सहित किसी भी ग्रहों के मंदे कार्य नहीं करना चाहिए। आओ जानते हैं कि 9 ग्रहों के कौनसे हैं 9 उपाय।
 
ALSO READ: लाल किताब : किसे नहीं पालना चाहिए तोता?
1. सूर्य : बहते पानी में गुड़ और गेहूं बहाएं और घर से बाहर किसी विशेष कार्य पर जाने से पहले गुड़ खाकर ही जाएं या पिता की सेवा करें।
 
2. चंद्र : दूध या पानी भरा बर्तन सिरहाने रखकर सोएं और अगले दिन प्रात: कीकर की जड़ में सारा जल डाल दें। ऐसा 43 दिन तक करें या माता की सेवा करें।
ALSO READ: लाल किताब में गुड़ खाने का क्यों बोला जाता है?
3. मंगल : 43 दिन तक लगातार सफेद सुरमा आंखों में लगाएं या मंगलवार का व्रत रखें और हनुमानजी को सिंदूर का चोला चढ़ाएं।
 
4. बुध : अपनी नाक छिदवार उसमें 43 दिन तक के लिए चांदी का तार डालकर रखें या कन्याओं को हरे वस्त्र और हरी चुड़िया दान करें और बहन, मौसी, बुआ तथा साली की सेवा करें और उनसे आशीर्वाद लेते रहें।
 
5. गुरु : माथे पर केसर का तिलक लगाए, केसर केसर खाए या नाभि एवं जीभ पर लगाए या प्रतिदिन पीपल की जड़ में जल चढ़ाएं। खासकर गुरुवार और शनिवार को। संतों, गुरुओं की सेवा करें।
ALSO READ: घोर संकट से बचाए, लाल किताब के ये 10 उपाय
6. शुक्र : गाय को ज्वार और हरा चारा खिलाएं या कपड़ों पर और घर में सुगंधित पदार्थो का प्रयोग करें।
 
7. शनि : शनिवार को एक कटोरी में सरसों का तेल लें और उसमें अच्छे से अपना चेहरा देखें और उसे शनि मंदिर में कटोरी सहित दान करे दें। ऐसा 11 शनिवार तक करें। या, 43 दिन तक मछली और कौवों को रोटी खिलाते रहें।
 
8. राहु : संयुक्त परिवार में रहें या जौ को दूध से धोकर बहते पानी में बहाएं। या, चांदी की ठोस गोली हमेशा अपनी जेब में रखें।
ALSO READ: लाल किताब : कैसे जानें कि आपके पितृ आपसे रुष्ट हैं?
9. केतु : दोनों कान छिदवाकर उसमें 43 दिनों तक के लिए सोने का तार डालें या तीन कुत्तों को 43 दिन तक लगातार रोटी खिलाएं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 पर जाने के लिए कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?

12 साल बाद बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल

बुद्ध जयंती कब है, गौतम सिद्धार्थ नेपाली थे या भारतीय?

भगवान परशुराम और श्री राम एक ही काल में साथ-साथ थे तो दोनों विष्णु के अवतार कैसे हो सकते हैं?

अमरनाथ यात्रा के बीच इन 5 कठिनाइयों का करना पड़ता है सामना

सभी देखें

नवीनतम

24 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

24 अप्रैल 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

शनि के बाद बृहस्पति और राहु के राशि परिवर्तन से क्या होगा महायुद्ध?

क्या भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होने वाला है, क्या कहते हैं ग्रह नक्षत्र

अमावस्या वाला वट सावित्री व्रत कब रखा जाएगा, क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त

अगला लेख
More