कन्या और मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह कन्या में उच्च, मीन में नीच का होता है। लाल किताब में छठे भाव में शनि बली और बारहवें भाव में मंदा होगा। चंद्र और मंगल के साथ एवं इनकी राशियों में बुरा फल देता है। लेकिन यहां ग्यारहवें घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : धनवान मगर उल्लू का पठ्ठा। इस उल्लूपन के कारण ही जीतना श्रम उतना ही लाभ मिलेगा। मूर्खता से धन की हानि, अशांति और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाएगा। हालांकि जातक के बच्चे शिक्षत होंगे और उनका विवाह अमीर घराने में होगा। सूर्य-बुध की युति ग्यारहवें भाव में हो तो अपने घर में कोई किराएदार न रखें।
5 सावधानियां :
1. पन्ना व हरे रंग से परहेज करें।
2. भेड़, बकरी और तोता न पालें।
3. शराब, मांस, अंडा से परहेज करें।
4. विधवा बहन या बुआ का सहयोग करें लेकिन घर में न रखें।
5. किसी फकीर, तांत्रिक, ज्योतिष या साधु से किसी भी प्रकार की कोई वस्तु न लें।
क्या करें :
1. कौवे को भोजन खिलाएं।
2. मूंग दाल को रात में भिगोकर सुबह जानवरों को खिलाएं।
3. रात को सिरहाने पानी रखकर उसे सुबह पीपल में चढ़ाएं।
4. चावल या दूध मंदिर अथवा धार्मिक स्थल पर दान करें।
5. गले में सफेद धागे में तांबे का गोल सिक्का पहनें।