Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

बाल गीत : तोता हरा-हरा

हमें फॉलो करें बाल गीत : तोता हरा-हरा
webdunia

प्रभुदयाल श्रीवास्तव

poem on parrot
बच्चों ने डाली पर देखा
तोता हरा-हरा।
 
पत्तों के गालों पर उसने,
चुंटी काटी कई-कई बार।
पत्तों का भी उस तोते पर,
उमड़ रहा था भारी प्यार।
बहुत भला सुंदर तोता वह,
था निखरा निखरा।
 
पत्तों से मुंह जोरी करके,
तोते ने फिर भरी उड़ान।
वहीं पास के एक पेड़ पर,
अमरूदों के काटे कान।
बेरी के तरुवर पर जाकर,
एक बेर कुत रा।
 
कैद किए बच्चों ने करतब,
अपने मोबाइल में बंद।
तोते की मस्ती चुस्ती का,
लिया अलौकिक यह आनंद।
फुर्र हुआ तोता, पेड़ों पर,
सन्नाटा पसरा।

(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है...)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हाथरस की निर्भया : कितनी जुबान काटोगे?