दिवाली आई रे
-सोनम बन्देवार
दिवाली आई रे
खुशी खूब लाई रे
बंट रही मिठाई रे
गाओ बहन-भाई रे
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दिवाली
-अंकिता माहोरे
आई दिवाली, आई दिवाली
खुशियों को संग लाई दिवाली
बच्चे आए बड़े भी आए
सबने सुंदर दीप जलाए
दीपों से जगमग संसार
एक-दूजे से बढ़ता प्यार
दीपों की सुंदर पंक्ति में,
लगी एक पंक्ति बच्चों की।
सुंदर-सुंदर दीप जले थे,
बच्चे भी लग रहे खिले थे।
पूरे घर पर सजी थी माला,
खुशियों का भर गया उजाला
जगमग-जगमग जग था सारा,
दिवाली त्योहार है प्यारा।
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दीपों का त्योहार
-मयंक सराठे
खुशियों की बौछार दिवाली,
जीवन में उपहार दिवाली।
तन-मन घर सब स्वच्छ उजेरे,
दीपों का त्योहार दिवाली।।
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रंगोली
-पूजा मोहने
रंग-बिरंगे रंगों से सजी हैं रंगोली,
हर रंग एक मुस्कान है लगती बड़ी सजीली।
आंगन भर जाएं रंगों से, ज्यों लगता प्यारा है,
बचपन में खुशियों का वैसे रंगोंभरा उजारा है।
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त्योहार मिलन का
- पूनम मोहने
दिवाली त्योहार दीप का,
मिलकर दीप जलाएंगे।
सजा रंगोली से आंगन को,
सबका मन हर्षाएंगे।
बम-पटाखे भी फोड़ेंगे,
खूब मिठाई खाएंगे।
दिवाली त्योहार मिलन का,
घर-घर मिलने जाएंगे।
साभार- देवपुत्र