भोपाल: मध्य प्रदेश में 30 जनवरी से 11 फरवरी तक आयोजित होने वाले खेलो इंडिया युवा खेलों 2022 में वॉटर स्पोर्ट्स पदार्पण करेंगे। भोपाल और महेश्वर (खारगोन) वॉटर स्पोर्ट्स स्पर्धाओं की मेजबानी करेंगे।कैनोइंग, कयाकिंग और रोइंग राज्य की राजधानी में स्थित एमपी वाटर स्पोर्ट्स अकादमी में कराया जायेगा।
वहीं वाटर स्लालोम महेश्वर में खारगोन में होगी।
मध्य प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने खेलो इंडिया युवा खेलों में इन खेलों के शामिल होने के बारे में बात करते हुए कहा, हम सभी जानते हैं कि भोपाल झीलों का शहर है। हमारे पास बेहतरीन बुनियादी ढांचा है। भोपाल में दो झील हैं। हमारे पास बेहतरीन ट्रेनिंग सुविधायें, अंतरराष्ट्रीय कोच हैं और हम खेलो इंडिया की मेजबानी कर रहे हैं इसलिये हमारे लिये यह गर्व की बात है।
'खेलो इंडिया' के तहत कैनो सलालम की चार प्रतियोगिताएं महेश्वर में आयोजित होंगी
मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के महेश्वर स्थित सहस्त्रधारा के प्राकृतिक ट्रैक पर 'खेलो इंडिया' यूथ गेम्स के अंतर्गत कैनो सलालम जूनियर वर्ग की राष्ट्रीय स्तर की चार प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
खरगोन की खेल अधिकारी पवि दुबे ने बताया कि खेलो इंडिया के अंतर्गत वाइट वाटर स्पोर्ट्स कैनो सलालम के जूनियर वर्ग (अंडर-18) की 4 प्रतियोगिताएं नर्मदा नदी के सहस्त्रधारा (महेश्वर) के प्राकृतिक ट्रैक में आगामी 6 और 7 फरवरी को आयोजित की जाएंगी। इसके तहत कयाक सिंगल (K 1) और केनो सिंगल (C 1) के बालक और बालिका वर्ग के कुल 4 इवेंट आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बैठक आयोजित कर प्रतियोगिता से जुड़ी समस्त तैयारियां 31 जनवरी तक पूरी कर लेने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि इसके तहत डिजिटल स्कोर बोर्ड, सहस्त्रधारा तक पहुंचने की नई सड़क, मेडिकल रूम, डायनिंग एरिया, पैवेलियन, निर्णायकों के बैठने का स्थान आदि शामिल है। अचानक किसी दुर्घटना के मद्देनजर कसरावद के एक निजी अस्पताल में दो ऑक्सीजन युक्त बेड भी तैयार रखे जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश टीम के कोच कुलदीप कीर ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए 14 राज्यों के 40 खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश की टीम ने पिछले कुछ दिनों से प्रैक्टिस आरंभ कर दी है, शेष टीमें 1 फरवरी को पहुंचेंगी। उन्होंने कहा कि सीनियर श्रेणी में सहस्त्रधारा की ऊंचाई से खेल प्रारंभ (स्टार्ट पॉइंट) किया जाता है जबकि जूनियर लेवल पर ट्रैक के निचले हिस्से में 'स्टार्ट प्वाइंट' निर्धारित किया जाता है ताकि खिलाड़ियों को पानी की गति कम मिले और खतरा कम हो सके।
उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर कुछ खिलाड़ियों का चयन भारतीय कैंप के लिए हो सकता है ,जहां से आगामी मई में थाईलैंड में आयोजित होने वाली एशियन जूनियर चैंपियनशिप की फाइनल टीम का चयन होगा। उन्होंने बताया कि कैनो सलालम बहाव वाली नदी या बहते पानी में खेला जाता है और इसमें कयाक और कैनो दो श्रेणियां होती है। क़याक में नाव में दोनों तरफ पैडल चलाया जाता है जबकि कैनो में एक ही तरफ पैडल कर नाव चलाई जाती है। इस खेल में 200 से 400 मीटर की दूरी में कोर्स बनाया जाता है, जिसमें 18 से 25 गेट स्थापित किए जाते हैं। इसमें बहाव के विपरीत लाल रंग के 6 अपस्ट्रीम गेट और शेष हरे रंग के गेट होते हैं।