करवा चौथ पर्व की रौनक इन दिनों दिवाली से भी ज्यादा दिखाई दे रही है। हर सुहागन के अरमान है कि पति की आयु से जुड़े इस व्रत में कहीं कोई कमी न रह जाए। आइए जानते हैं करवा चौथ का वह विशेष मंत्र जिसे चंद्र अर्घ्य के समय बोलने से मिलता है अखंड सौभाग्य और सुंदरता का वरदान....
चंद्र को अर्घ्य दें तो यह मंत्र अवश्य बोलें....
करकं क्षीरसंपूर्णा तोयपूर्णमयापि वा। ददामि रत्नसंयुक्तं चिरंजीवतु मे पतिः॥
इति मन्त्रेण करकान्प्रदद्याद्विजसत्तमे। सुवासिनीभ्यो दद्याच्च आदद्यात्ताभ्य एववा।।
एवं व्रतंया कुरूते नारी सौभाग्य काम्यया। सौभाग्यं पुत्रपौत्रादि लभते सुस्थिरां श्रियम्।।
देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम