खूंटी (झारखंड)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और झामुमो सिर्फ छल और स्वार्थ की राजनीति करते हैं जबकि भाजपा अनुच्छेद 370 एवं राम जन्मभूमि जैसे लंबे समय से अटकाई गई राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान के संकल्प के साथ देश की सेवा कर रही है।
मोदी ने यहां झारखंड विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण की बीस सीटों के लिए चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली में कहा कि झारखंड और उसके साथ देश यह भली भांति जानता है कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा की राजनीति छल और स्वार्थ की राजनीति है जबकि भाजपा कर्म और सेवा भाव की राजनीति करती है।
मोदी ने कहा कि धर्म जाति या पंथ के भेद के बिना हम सभी झारखंडवासियों के लिए काम कर रहे हैं। आज झारखंड में 40 मेगावाट सौर ऊर्जा पैदा हो रही है। रांची के गैतल सूद बांध और धुर्वा बांध में देश के सबसे बड़े तैरते सोलर पैनल बनने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड की भाजपा सरकार ने 60 हजार भूमि के पट्टे आदिवासियों और गरीबों को दे दिए हैं और नई सरकार बनते ही 30-40 हजार और शेष पट्टे आदिवासियों को बांटे जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथियों से सावधान रहने की जरूरत है, उनका इतिहास आपको पता है, उनके कारनामे आपको याद हैं, उनकी नजर सिर्फ और सिर्फ यहां की प्राकृतिक संपदा पर है और अगर वह आए तो फिर से झारखंड को लूटना यही उनका एजेंडा है। ये लोग सत्ता में वापसी के लिए इतना छटपटा रहे हैं कि आपके बीच झूठ फैला रहे हैं। डर और भ्रम फैला रहे हैं। ये नहीं चाहते कि यहां उद्योग लगे। यहां बजट में बढ़ोतरी हो।
उन्होंने कहा कि उनको पता है कि अगर ऐसा हुआ तो गरीबों के पास पैसा आने लगेगा जिससे कांग्रेस, झामुमो नेताओं की कोई पूछ नहीं रहेगी, उनकी कोई कीमत नहीं रहेगी। मुझे विश्वास है कि आप सभी कांग्रेस के झूठ की सारी बातें यहां जा-जाकर लोगों तक पहुंचाएंगे।
मोदी ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में देश में दशकों से चल रही राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान का संकल्प भी सिद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 अब हट चुका है।
अब केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को विकास और विश्वास के पथ पर आगे ले जाने की जिम्मेदारी आदिवासी अंचल में ही जन्मे, पले बढ़े उपराज्यपाल जी के कंधे पर है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह रामजन्म भूमि को लेकर जिस विवाद को कांग्रेस और उसके सहयोगियों के सरकारों ने लगातार लटकाए रखा वह भी शांतिपूर्ण ढंग से हल हो गया।
प्रधानमंत्री ने आदिवासियों के भारतीय संस्कृति में योगदान को याद करते हुए कहा कि भगवान राम तो जब अयोध्या से निकले थे तब तो वे राजकुमार थे लेकिन जब वे अयोध्या वापस आए तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम बन गए।
उन्होंने कहा कि ये कैसे हुआ, एक राजकुमार अयोध्या से निकलता है, 14 साल वनवास में रहता है और जब वापस लौटता है तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम बन जाता है क्योंकि 14 साल राजकुमार राम ने आदिवासियों के बीच में बिताये थे। आदिवासियों ने उनको संस्कारित किया। उन्होंने कहा कि ये देन है आदिवासियों की, ये योगदान है आदिवासियों का।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने लंबे काल से लटकी हुई चीजें जिसे अटकाने के लिए राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित लोगों ने अड़ंगे डाले, लेकिन हमने देश में शांति, एकता और सद्भावना के लिए समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास प्रारंभ किया। अब सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं। (वार्ता)