हम सभी जानते हैं कि हनुमान जी का एक नाम पवनपुत्र भी है यानी वे पवन यानी वायु देव के पुत्र हैं। इसीलिए विद्वान कहते हैं कि जब भी विमान या हवाई यात्रा से संबंधित कुछ काम हो पवनपुत्र हनुमान को स्मरण कर यात्रा आरंभ करनी चाहिए।
अगर आपके परिचित, रिश्तेदार या अपने कोई निकटस्थ वायुयान से सफर कर रहे हैं तब भी उनकी सुरक्षित, सफल और आरामदेह यात्रा के लिए आप पवनपुत्र हनुमान से प्रार्थना कर सकते हैं।
जो लोग पहली बार विमान यात्रा कर रहे हैं वे भी पहले बजरंग बली को शीश नवाएं, उन्हें धन्यवाद अर्पित करें। इससे बार-बार विमान यात्रा के शुभ योग और अवसर बनते हैं।
वास्तव में वायु देव/पवन देव अपने पुत्र हनुमान से विशेष स्नेह रखते हैं। अत: जब हनुमान जी का आशीष आपको मिलेगा तो निश्चित रूप से आपकी हवाई यात्रा भी सफल और आनंदपूर्वक होगी।
जब भी किसी शहर की धरती पर पहली बार पैर रखें तो वहां की हवा को अपने अनुकूल बनाने के लिए भी बजरंगबली का नाम लें और प्रविसि नगर कीजै सब काजा, ह्रदय राखी कौशलपुर राजा चौपाई का जाप करें। इससे वहां का वातावरण आपके अनुकूल होगा और जिस कार्य के लिए आप गए हैं वह निर्बाध रूप से सफल होगा।
अगर आपके विदेश यात्रा या हवाई यात्रा के योग नहीं बन रहे हैं तो आपको हनुमान जयंती पर केसरिया ध्वजा अर्पित करनी चाहिए।