श्री हनुमान प्रकटोत्सव 2022 : 12 राशियों के अनुसार कैसे करें उपासना, क्या करें उपाय

Webdunia
श्री हनुमान जन्मोत्सव पर की गई कोई भी उपासना अत्यंत फलदायक होती है।  चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भगवान शिव के एकादश रुद्रावतार हनुमान जी का जन्म हुआ है। आइए जानें कि क्या है शुभ मुहूर्त और इस दिन आपकी राशि के अनुसार कौन सी उपासना शुभ है।

इस बार 16 अप्रैल 2022 शनिवार चैत्र माह की पूर्णिमा को हनुमान प्रकटोत्सव  मनाया जाएगा। इस दिन शुभ मुहूर्त में हनुमान पूजा करने का खासा महत्व रहेगा।
 
हनुमान जन्म उत्सव पर पूजा के शुभ मुहूर्त- 
 
- पूर्णिमा तिथि : अप्रैल 16, 2022 को 02:27:35 से पूर्णिमा आरम्भ और अप्रैल 17, 2022 को 00:26:51 पर पूर्णिमा समाप्त।
 
- अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:32 से दोपहर 12:23 तक।
 
- विजय मुहूर्त : दोपहर 02:06 से 02:57 तक।
 
- गोधूलि मुहूर्त : शाम 06:08 से 06:32 तक।
 
- संध्या मुहूर्त : शाम 06:21 से 07:28 तक।
 
- निशिता मुहूर्त : रात्रि 11:35 से 12:20 तक।
 
- नक्षत्र : हस्त नक्षत्र सुबह 08:40 तक उसके बाद चित्रा नक्षत्र लगेगा।
 
- योग : रवि योग प्रात: 05:35 से प्रात: 08:40 तक। हर्षण योग- 16 अप्रैल प्रात: 05:32 से रात्रि 02:45 तक।
 
- राहु काल : प्रात: 09:18 से 10:52 तक।
12 राशियों के अनुसार कैसे करें उपासना

मेष राशि: एकमुखी हनुमंत कवच का पाठ करें तथा हनुमान जी पर बूंदी चढ़ाकर गरीब बच्चों में बांटें।
 
वृष राशि: रामचरितमानस के सुंदर-कांड का पाठ करें तथा हनुमानजी पर मीठा रोट चढ़ाकर बंदरों को खिलाएं। 
 
मिथुन राशि: रामचरितमानस के अरण्य-काण्ड का पाठ करें तथा हनुमानजी पर पान चढ़ाकर गाय को खिलाएं।
 
कर्क राशि: पंचमुखी हनुमंत कवच का पाठ करें तथा हनुमानजी पर पीले फूल चढ़ाकर जल में प्रवाहित करें।
 
सिंह राशि: रामचरितमानस के बाल-कांड का पाठ करें तथा हनुमानजी पर गुड़ की रोटी चढ़ाकर भिखारी को खिलाएं। 
 
कन्या राशि: रामचरितमानस के लंका-कांड का पाठ करें तथा हनुमान मंदिर में शुद्ध घी के 6 दीपक जलाएं। 
 
तुला राशि: रामचरितमानस के बाल-कांड का पाठ करें तथा हनुमानजी पर खीर चढ़ाकर गरीब बच्चों में बाटें।
 
वृश्चिक राशि: हनुमान अष्टक का पाठ करें तथा हनुमानजी पर गुड़ वाले चावल चढ़ाकर गाय को खिलाएं। 
 
धनु राशि: रामचरितमानस के अयोध्या-कांड का पाठ करें तथा हनुमानजी पर शहद चढ़ाकर खुद प्रसाद रूप में खाएं।
 
मकर राशि: रामचरितमानस के किष्किन्धा-कांड का पाठ करें तथा हनुमानजी पर मसूर चढ़ाकर मछलियों को डालें।
 
कुंभ राशि: रामचरितमानस के उत्तर-कांड का पाठ करें तथा हनुमानजी पर मीठी रोटियां चढ़ाकर भैसों को खिलाएं।
 
मीन राशि: हनुमंत बाहुक का पाठ करें तथा हनुमानजी के मंदिर में लाल रंग की ध्वजा या पताका चढ़ाएं। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dev Diwali 2024: देव दिवाली पर यदि कर लिए ये 10 काम तो पूरा वर्ष रहेगा शुभ

Shani margi 2024: शनि के कुंभ राशि में मार्गी होने से किसे होगा फायदा और किसे नुकसान?

Tulsi vivah 2024: देवउठनी एकादशी पर तुलसी के साथ शालिग्राम का विवाह क्यों करते हैं?

Dev uthani ekadashi 2024: देवउठनी एकादशी पर भूलकर भी न करें ये 11 काम, वरना पछ्ताएंगे

शुक्र के धनु राशि में गोचर से 4 राशियों को होगा जबरदस्त फायदा

सभी देखें

धर्म संसार

शमी के वृक्ष की पूजा करने के हैं 7 चमत्कारी फायदे, जानकर चौंक जाएंगे

गुरु नानक देव जी पर निबंध l Essay On Gur Nanak

Kartik Purnima 2024: कार्तिक मास पूर्णिमा का पुराणों में क्या है महत्व, स्नान से मिलते हैं 5 फायदे

प्रेरक प्रसंग : नानक देव और कुष्‍ठ रोगी

Guru Nanak Jayanti 2024: कब है गुरु नानक जयंती? जानें कैसे मनाएं प्रकाश पर्व

अगला लेख
More