Scorching heat in Kashmir: अगस्त के अंत में भी चुभर्ती गर्मी इस बार जम्मू वालों की ही नहीं बल्कि कश्मीरियों (Kashmiris) की भी जान निकाल रही है। अगर जम्मू में तापमान (temperature) 37 डिग्री को पार कर रहा है तो श्रीनगर में 35 डिग्री का तापमान मौसम में आए परिवर्तन का अहसास करवा रहा है।
गर्मी की तल्खी सिर्फ जम्मू या श्रीनगर में ही नहीं है बल्कि कुपवाड़ा, गुलमर्ग और पहलगाम ही नहीं बल्कि अमरनाथ गुफा के बाहर भी यह अपना रंग दिखा रहा है। अगर अमरनाथ गुफा के बाहर 25 डिग्री का तापमान चिंता का विषय बना हुआ है तो कुपवाड़ा में 34 डिग्री के साथ उमस जान निकाल रही है।
हालांकि मौसम विभाग अगले 2-3 दिनों के बाद उमस में कमी आने और तापमान से राहत मिलने की उम्मीद जता रहा है, पर हालत यह है कि स्कूल जाने वाले बच्चे पूरे ही प्रदेश में इस चुभती गर्मी से परेशान हैं। इस परेशानी को बिजली विभाग अघोषित बिजली कटौती कर और बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
बिजली विभाग की प्रदेश में कई तरह की कटौती जारी है। कहीं अघोषित, कहीं स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 3 से 5 घंटे का कट, जबकि लंबे अघोषित बिजली कटों के लिए वह भी गर्मी को कसूरवार ठहराता था। हालत जून महीने से भी बदतर है।
विभाग उन इलाकों में कई कई दिनों तक बिजली सप्लाई को कथित तौर पर अवरुद्ध किए हुए है, जहां लोग स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध कर रहे हैं और स्मार्ट मीटर लगाने के बावजूद वह कहता है कि बिजली आपूर्ति 24 घंटे होगी इसकी कोई गारंटी नहीं है, क्योंकि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बार-बार इसे दोहराते हैं कि प्रदेश में आपूर्ति के लिए हर साल 20 हजार करोड़ की बिजली खरीदी जा रही है और इससे ज्यादा का बजट नहीं है।
ऐसे में पूरे प्रदेश में आम जनता को सिर्फ ऊपर वाले पर ही भरोसा है। जम्मू के गाडीगढ़ इलाके के बलवीर सिंह कहते थे कि बिजली विभाग लोगों की जान लेने पर तुला हुआ है, क्योंकि उसके बिजली कट मरीजों के लिए घातक साबित हो रहे हैं।
Edited by: Ravindra Gupta