नई दिल्ली। देश में दूरसंचार कंपनियां आने वाले साल में पहुंच बढ़ाने के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश को आकर्षित करने के लिए तैयार है। दूरसंचार सचिव राजारमन ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र में लोगों को 5जी सेवाओं से जोड़ने से लेकर परिचालन की लागत कम करने जैसे सुधारों के साथ पुनरुद्धार देखा जा रहा है।
दूरसंचार क्षेत्र ने 2022 में देश के विकास के लिए मॉडल के रूप में काम करने के बाद एक नए अध्याय की शुरुआत की। इस क्षेत्र में अब सुधारों और महत्वपूर्ण निवेश किए जाने की तैयारी है। इसी क्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने दिसंबर 2023 तक देशभर में 5जी नेटवर्क शुरू करने के लिए 2 लाख करोड़ रुपए का निवेश करने की बात की है। हालांकि अडाणी समूह ने अभी तक दूरसंचार कारोबार के लिए अपनी पूर्ण योजना का खुलासा नहीं किया है।
4-4 वर्षों से बहुप्रतीक्षित तकनीक 5जी की पेशकश के चलते यह एक बेहतर वर्ष रहा है। दूरसंचार क्षेत्र को अगले साल 5जी पहुंच मजबूत होने की उम्मीद है, हालांकि यह तो केवल शुरुआत भर है। राजारमन ने बताया कि हम सभी उपयोग के मामलों पर काम कर रहे हैं। हमने राज्य सरकारों, मंत्रालयों, स्टार्टअप और आविष्कारकों को भारतीय संदर्भ में नवाचार करने के लिए कहा है, जो व्यवसायों को उचित अवसर देगा और कुछ सार्वजनिक समस्याओं, चुनौतियों का भी समाधान करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ऐसे उपाय करना जारी रखेगी जिससे दूरसंचार परिचालकों के लिए परिचालन की लागत घटेगी। ऐसे निर्णय लिए जाएंगे जिससे 1 दशक से अधिक समय से कर्ज के बोझ तले दब रहे क्षेत्र के लिए उच्च मार्जिन होगा।
रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम के लिए 87,946.93 करोड़ रुपए का भुगतान किया है जिसे 20 साल की अवधि में चुकाना था। इसमें 1.12 लाख करोड़ रुपए की शेष राशि बची है। टीसीएस और सी-डॉट के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित 4जी नेटवर्क को चालू करने के लिए भारती एयरटेल द्वारा 2023 में 27,000-28,000 करोड़ रुपए और सार्वजनिक क्षेत्र के बीएसएनएल द्वारा लगभग 16,000 करोड़ रुपए के निवेश की उम्मीद है। बाद में प्रणाली को 5जी में अपग्रेड किया जाएगा।
दूरसंचार क्षेत्र में कुल मिलाकर 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की उम्मीद है। डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन के महानिदेशक टीआर डुआ ने कहा कि ज्यादातर राज्य सरकारों ने केंद्र के नेतृत्व में सुधारों का पालन किया है।
हाल ही में दूरसंचार राज्यमंत्री देवसिंह चौहान ने संसद को बताया था कि दूरसंचार परिचालक देश में 5जी सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रति सप्ताह औसतन 2,500 आधार स्टेशन स्थापित कर रहे हैं और 26 नवंबर तक 20,980 मोबाइल आधार स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं।
दूरसंचार उद्योग की बड़ी कंपनियों- नोकिया और एरिक्सन ने भारत में अपने विनिर्माण में तेजी की है। नोकिया इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि 2023 में उद्यमों और व्यवसायों द्वारा बढ़ी हुई दक्षता तथा सुरक्षा के लिए निजी नेटवर्क को व्यापक रूप से अपनाने की भी उम्मीद है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta