टेलिकॉम ऑपरेटर्स (रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन आइडिया) ने टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के प्रमुख पीडी वाघेला के साथ मीटिंग में OTT (ओवर द टॉप) के खिलाड़ियों (व्हाट्सऐप, सिग्नल, टेलिग्राम) पर अधिनियम लगाने पर जोर दिया।
उन्होंने लोकप्रिय न्यू एज इंटरनेट कंपनी जैसे व्हाट्सऐप, फेसबुक, टेलिग्राम, इंस्टाग्राम और स्काईप की (TRAI) से शिकायत की और आशंका जताई कि यह प्लेटफॉर्मस नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा बन सकते हैं। वे मुख्य रूप से 'ऐप' के जरिए संचालित होते हैं।
उनकी शिकायत है कि कंपनियां हमारे प्रोवाइड किए गए नेटवर्क पर काम करती हैं, इससे हमारे रेवेन्यू कम हो रहे हैं। इस वजह से उनके नेटवर्क विस्तार और लाभप्रदता की योजनायों पर भी असर पड़ रहा है।
ऑपरेटर्स ने अपनी चिंता जाहिर कर मीटिंग में TRAI से इन कम्युनिकेशन कंपनियों पर रेगुलेशन लगाने और देश के नियम एवं दिशा-निर्देशों के दायरों में रहकर ही ऑपरेट करने की मांग रखी है। TRAI ने टेलिकॉम ऑपरेटर्स के साथ साल 2023 के एजेंडा पर चर्चा करने के लिए बैठक रखी थी।
इस चर्चा में एयरटेल के सीईओ गोपाल वित्तल, वोडाफोन आइडिया के चीफ रेगुलेटरी एंड कॉर्पोरेट अफेयर्स के ऑफिसर पी. बालाजी और रिलायंस जियो के बोर्ड मेंबर महेंद्र नहता शामिल हुए। टेलिकॉम ऑपरेटर्स ने कहा कि OTT कंपनियों और हमारी सर्विसेस एक समान है, इसलिए उन पर भी समानांतर नियम-कायदे एवं लाइसेंस ट्रीटमेंट लागू होने चाहिए।
Edited By : Chetan Gour