नई दिल्ली। भारतीय मोबाइल उद्योग में हो रही गतिविधियों और नवाचार से वैश्विक समुदाय को अवगत कराने तथा इस क्षेत्र की कंपनियों को एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य तीन दिवसीय इंडिया मोबाइल कांग्रेस 27 सितंबर से राजधानी में शुरू होगी जिसमें दुनिया भर की 300 से अधिक कंपनियां प्रदर्शनी लगाएंगी।
दूरसंचार कंपनियों के शीर्ष संगठन सीओएआई द्वारा इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और दूरसंचार विभाग के साथ ही कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग के सहयोग से आयोजित इस तीन दिवसीय कांग्रेस के शुभारंभ के मौके पर संचार मंत्री मनोज सिन्हा और इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद मौजूद रहेंगे।
सीओएआई के महानिदेशक राजन एस मैथ्यूज ने आज यहां संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुये कहा कि इस दौरान भारतीय टेलीकॉम कंपनियों के प्रमुख भी एक मंच पर उपस्थित होंगे जिनमें भारती एयरटेल के प्रमुख सुनील भारती मित्तल, रिलायंस जियों के अध्यक्ष के मुकेश अंबानी और आइडिया सेलुलर के कुमार मंगलम बिड़ला शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दूसरे दिन रेल मंत्री पीयूष गोयल भी इसमें भाग लेंगे। इसमें रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के भी भाग लेने की संभावना है। उद्घाटन सत्र में दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन और इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी सचिव अजय प्रकाश साहनी भी मौजूद रहेंगे।
मैथ्यूज ने कहा कि इसमें वैश्विक स्तर की आईटी कंपनियां जैसे गूगल, क्वॉलकॉम, नोकिया, हुवावेई भी भाग ले रही है। इसके साथ ही आठ प्रमुख देशों के दूतावास भी इस में भाग लेंगे। इस तीन दिवसीय कांग्रेस के दौरान विभिन्न विषयों पर कुल मिलाकर 21 सत्र होंगे जिसमें डिजिटल इंडिया, इंटरनेट गवर्नेस, स्मार्ट नेटवर्क, डिजिटल आईडेंटिटी फॉर डिजिटल वर्ल्ड, वुमेन इन टेक, इमर्जिंग टेक्नालाजीज इन ए 5 जी फ्यूचर, क्लाउड एंड वर्चुअलाइजेशन, डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर आदि शामिल है।
उन्होंने कहा कि इसमें 500 स्टार्टअप भी भाग ले रहें हैं और उन्हें बहुत कम दर पर प्रदर्शनी में भाग लेने और अपने नवाचार प्रदर्शित करने का मौका दिया गया है। इसके साथ ही स्टार्टअप पर विशेष सत्र का भी आयोजन किया जायेगा और कुछ चुनिंदा स्टार्टअप सम्मानित किये जाएंगे। इसमें 300 से अधिक कंपनियां स्टॉल लगा रही हैं और दो हजार प्रतिनिधि भाग लेंगे। कुल मिलाकर इस तीन दिवसीय आयोजन में 1.50 लाख लोगों के आने का अनुमान है। प्रदर्शनी देखने के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा लेकिन सम्मेलन में भाग लेने के लिए शुल्क देना होगा। (वार्ता)