नई दिल्ली। केंद्र सरकार अब मतदाता परिचय पत्र (Voter ID Card) को आधार कार्ड (Aadhar Card) से जोड़ने की तैयारी कर रही है। मीडिया खबरों के मुताबिक केंद्र सरकार ने आधार बनाने वाली एजेंसी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) को पत्र लिखकर मांग की है कि चुनाव आयोग को नए मतदाताओं के पंजीकरण के लिए आधार (Aadhar) का उपयोग करने की अनुमति दी जाए। नए मतदाता अपने वोटर कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन अपने आधार कार्ड से करा सकेंगे। इससे पहले आधार कार्ड को पैन कार्ड से जोड़ा जा रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक सुशासन के लिए आधार सत्यापन (सामाजिक कल्याण, नवाचार और ज्ञान) नियम, 2020 के नियम तीन के तहत ई-ईपीआईसी (इलेक्ट्रॉनिक मतदाता फोटो पहचान पत्र) या मतदाता पर्ची डाउनलोड करने की अनुमति दी जा सकती है।
यह नियम पिछले वर्ष 5 अगस्त को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा अधिसूचित किए गए थे। इसका उद्देश्य सुशासन, सरकारी धन का दुरुपयोग रोकना, नागरिकों के जीवन को सुगम बनाना और उनके लिए सेवाओं तक बेहतर पहुंच को स्थापित करना इत्यादि है। यदि कोई विभाग इन कार्यों के लिए आधार का इस्तेमाल करना चाहता है तो उसे यूआईडीएआई को एक प्रस्ताव भेजना होता है।
अगस्त 2019 में चुनाव आयोग ने विधि सचिव को पत्र लिखकर मांग की थी कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम और आधार एक्ट में संशोधन किया जाए ताकि वोटर लिस्ट से फर्जी लोगों को निकालने की कार्रवाई हो सके।
आयोग ने कहा कि यदि वोटर कार्ड के साथ आधार जोड़ दिया जाता है तो बोगस वोटरों को बाहर किया जा सकेगा। इससे पूर्व विधि मंत्रालय ने आयोग की मांग पूरी करने के लिए कैबिनेट मंजूरी का रास्ता सुझाया था।