डिजिटलाइजेशन होने के साथ हर काम आसान तो हुआ हैं, लेकिन प्राइवेसी और फाइनेंशियल इंफोर्मेशन लीक होने का खतरा भी बढ़ गया है।
हाल ही में गूगल की जीमेल सर्विस में एक बग का पता चला है जिससे कारण कुछ आईडी के मेल दूसरे आईडी के यूजर्स को जा रहे हैं। यह सब आईडी में एक डॉट (.) के कारण हो रहा है। कई फाइनेंशियल एक्टिविटी मेल से जुड़ी होने से इससे बग के कारण फाइनेंशियल जानकारियां लीक होने का भी खतरा भी मंडरा रहा है। इसके लिए जरूरी है कि आप समय-समय पर ई-मेल आईडी का पासवर्ड बदलते रहें और टू फैक्टर अथॉन्टिकेशन फीचर का प्रयोग करें। क्या होता है टू फैक्टर अथॉन्टिकेशन । आइए हम आपको बताते हैं।
टू फैक्टर अथॉन्टिकेशन : ऑनलाइन सुरक्षा में यह डबल लेयर का काम करती है, ऑनलाइन धोखाधड़ी के साथ ही हैकर्स से भी आपको बचाती है। अब समझिए क्या है टू फैक्टर अथॉटिकेंशन। इसमें आपका अकाउंट कोई और लॉगइन नहीं कर सकता है। जब किसी भी अकाउंट को आईडी और पासवर्ड से लॉगइन करते हैं तो यह वन स्टेप वैरिफिकेशन होता है। लेकिन जब आप किसी अकाउंट को Two factor Authentication Enable करते हैं तो आपके अकाउंट में ID, पासवर्ड डालने के बाद भी उस Account के verification के लिए दूसरा पासवर्ड आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर या दूसरे ई-मेल पर वन टाइम पासवर्ड यानी (OTP) आता है। यह पासवर्ड आपको दोबारा इंटर करना पड़ता है। इससे आपकी आईडी ओपन होती है।