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क्या है Passkey? क्या ये Password से बेहतर है?

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Passkey 
 
क्या आप भी अपना गूगल या माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट लॉगिन (login) करते समय पासवर्ड भूल जाते हैं? ऐसा अक्सर सब के साथ होता है क्योंकि इस भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में अलग-अलग अकाउंट के पासवर्ड याद रखना थोड़ा मुश्किल है। इसके साथ ही अगर आपका पासवर्ड किसी धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति के पास चला जाए तो आपको अकाउंट हैक (hack) होने का डर होता है। 
 
इस एडवांस टेक्नोलॉजी की दुनिया में अब सिक्योरिटी के लिए गूगल, माइक्रोसॉफ्ट व एपल भी थोड़ा एडवांस हो चुका है यानी अब आपको अकाउंट लॉगिन करने के लिए पासवर्ड की ज़रूरत नहीं होगी, आप पासकी (passkey) से अपना अकाउंट लॉगिन कर सकते हैं। 
 
तो चलिए जानते हैं क्या है पासकी......
 
क्या है Passkey? 
 
पासकी (passkey) के ज़रिए अब आपको लंबे पासवर्ड याद करने की ज़रूरत नहीं है बल्कि आप जैसे अपने मोबाइल को अनलॉक करते हैं, उसी तरह से आप गूगल अकाउंट लॉगिन कर सकते हैं। पासकी में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट या एपल आपको आपकी डिवाइस का पासवर्ड, फिंगरप्रिंट, फेस स्कैन या आपकी स्क्रीन पर नंबर कंफर्म करने के लिए भेजता है। आपको बता दें कि पासकी टेक्नोलॉजी FIDO Alliance द्वारा बनाई गई है।
 
ये टेक्नोलॉजी साधारण पासवर्ड से काफी ज़्यादा सुरक्षित और स्मार्ट है, क्योंकि अगर आपका पासवर्ड किसी को पता चल भी जाता है, तो भी वो आपके मोबाइल के बिना आपका अकाउंट लॉगिन नहीं कर सकता है।
 
कैसे काम करती है Passkey टेक्नोलॉजी?
 
दरअसल पासकी (passkey) एक ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी (Bluetooth technology) है,जिसमें ब्लूटूथ की मदद से आप अपनी डिवाइस से अपना अकाउंट वेरीफाई कर सकते हैं। आपका अकाउंट साइन इन या लिंक करने के बाद ब्लूटूथ के ज़रिए आपकी डिवाइस पर एक पुश नोटिफिकेशन (push notification) भेजा जाता है। उसके बाद यूजर अपने फिंगरप्रिंट या Unique Public Key के ज़रिए अपना अकाउंट साइन इन या लिंक कर सकता है। 
 
क्यों कंपनियां passwordless authentication की तरफ बढ़ रही हैं?
 
पासकी, पासवर्ड की तुलना में काफी आसान और सुरक्षित है। एपल, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट, FIDO Alliance और World Wide Web Consortium (W3C) के साथ काम कर रहे हैं, ताकि पासकी को मल्टीपल प्लेटफार्म (multiple platform) पर लाया जाए और ये एडवांस सिक्योरिटी प्रदान करें। 


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