इंडियन प्रीमियर लीग में मैच दर मैच सेमीफाइनल की दौड़ दिलचस्प होती जा रही है। चेन्नई सुपर किंग्स रविवार को यहाँ होने वाले मुकाबले में खराब दौर से गुजर रही कोलकाता नाइट राइडर्स को हराकर अहम अंक हासिल करने की कोशिश करेगी।
कप्तान महेंद्रसिंह धोनी की चेन्नई की टीम 10 मैचों में 12 अंक से तीसरे स्थान पर बनी हुई है। वह कोलकाता टीम की लचर बल्लेबाजी को भुनाकर जीत दर्ज करने के लिए बेताब होगी। नाइट राइडर्स की टीम कल 67 रन से टूर्नामेंट के न्यूनतम स्कोर पर सिमट गई, जिससे वह छठे स्थान पर पहुँच गई।
कप्तान सौरव गांगुली की कोलकाता की टीम के 10 मैचों में इतने ही अंक हैं और अगर उन्हें स्टीफन फ्लेमिंग, माइकल हसी, मुथैया मुरलीधरन औऱ जैकब ओरम जैसे स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी में चेन्नई को शिकस्त देकर सेमीफाइनल में स्थान बनाने की दौड़ में शामिल होना है तो उसे कड़ी मशक्कत करना होगी।
दोनों टीमों को पिछले मुकाबले में मुंबई इंडियन्स से शिकस्त का सामना करना पड़ा है। दोनों ही 85 हजार दर्शकों की क्षमता वाले ईडन गार्डंस में दो अंक अपनी झोली में डालने के लिए बेताब होंगी।
टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा राशि में खरीदे गए धोनी ने सुपर किंग्स की बल्लेबाजी प्रदर्शन की बेहतरीन अगुआई की है। उन्होंने 131.74 के स्ट्राइक रेट से 332 रन बनाए हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया के हसी टीम के सबसे आक्रामक खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं और उनका स्ट्राइक रेट 168 रहा है।
गेंदबाजी विभाग में लक्ष्मीपति बालाजी भी हैट्रिक बना चुके हैं और मनप्रीत गोनी टीम की गेंदबाजी सूची में 11 विकेट चटका कर शीर्ष पर हैं। उनके बाद जोगिंदर शर्मा हैं, जिन्होंने भी 11 विकेट अपने नाम किए हैं।
श्रीलंकाई महान ऑफ स्पिनर मुरलीधरन ने छह विकेट लिए हैं, लेकिन उनकी मौजूदगी ही मनोबल बढ़ाने के लिए काफी है।
कोलकाता की टीम पाँच मैचों की जीत में सामूहिक प्रयास के बजाए व्यक्तिगत प्रदर्शन के बलबूते पर ही निर्भर रही है। उसकी तरफ से ब्रैंडन मैकुलम औऱ गांगुली ने बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाई। फिर शोएब अख्तर ने टीम को सेमीफाइनल की दौड़ में बरकरार रखा।