टीम इंडिया में आना है जल्द से जल्द, मयंक की चाहत जल्द हो सकती है पूरी
मेरा लक्ष्य भारत के लिए खेलना: मयंक यादव
इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार दो मैचों में दो बार मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले लखनऊ सुपरजायंट्स के युवा गेंदबाज मयंक यादव ने कहा कि उनका सपना भारतीय टीम के लिए अधिक से अधिक मैच खेलना है।
मयंक ने मंगलवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ चार ओवर में महज 14 रन देकर तीन विकेट झटके जिससे उनकी टीम इस मैच को 28 रन से जीतने में सफल रही।
मयंक ने मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार लेने के बाद कहा, दो मैचों में दो बार मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार लेकर अच्छा लग रहा है। मुझे हालांकि ज्यादा खुश इस बात की है कि हम दोनों मैच जीतने में सफल रहे।
ग्लेन मैक्सवेल, कैमरून ग्रीन और रजत पाटीदार जैसे बल्लेबाजों को आउट करने वाले इस गेंदबाज ने कहा कि उनका लक्ष्य भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने का है।
इस 21 साल के गेंदबाज ने कहा, मेरा लक्ष्य भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा खेलने का है। मुझे लगता है कि यह मेरे लिए सिर्फ शुरुआत है और मेरा पूरा ध्यान अपने लक्ष्य को हासिल करने पर है।
मैच में अपने पसंदीदा विकेट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, कैमरुन ग्रीन का विकेट।
उन्होंने कहा, तेज गेंदबाजी के लिए आपको कई चीजों की जरूरत होती है। आपको अपने खानपान, नींद, थकान से उबरने जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है। मैं अभी अपनी डाइट (आहार) पर काफी ध्यान देता हूं और आईस बाथ भी ले रहा हूं। इससे मुझे फायदा मिल रहा है।
इशांत भाई ने अतिरिक्त कौशल के लिए गति से समझौता नहीं करने को कहा : मयंक यादव
प्रतिभाशाली तेज गेंदबाजों को अक्सर अपनी गेंदबाजी में विविधता जोड़ने के लिए गति कम करने की सलाह दी जाती है लेकिन अपनी तूफानी गेंदबाजी के कारण चर्चा में चल रहे मयंक यादव को दिल्ली के उनके सीनियर साथी इशांत शर्मा ने अतिरिक्त कौशल जोड़ने के लिए गति से समझौता नहीं करने की सलाह दी है।
मयंक ने रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ 156.7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की जो आईपीएल के वर्तमान सत्र में सबसे तेज गेंद है। मयंक ने इसके बाद भारत की तरफ से 100 से अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले इशांत और एक अन्य तेज गेंदबाज नवदीप सैनी से मिली सलाह के बारे में जिक्र किया।
उन्होंने जिओ सिनेमा से कहा,दिल्ली में मैंने जितने भी गेंदबाजों से बात की उनमें इशांत भाई और सैनी भाई ने मुझसे कहा कि कि अगर मैं कुछ नया जोड़ना चाहूं, तब भी इसी गति से गेंदबाजी करना।
मयंक ने कहा,अगर मैं अपनी गेंदबाजी में नया कौशल जोड़ना चाहता हूं तो इसे अपनी गति को बरकरार रखते हुए ही जोड़ना चाहिए। मुझे किसी तरह का ऐसा कौशल नहीं चाहिए जिसमें मुझे अपनी गति से समझौता करना पड़े।
आरसीबी के खिलाफ चार ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट लेने वाले मयंक ने कहा कि उनका ध्यान हमेशा विकेट हासिल करने पर लगा रहता है।
उन्होंने कहा, मेरा ध्यान गति पर उतना नहीं होता है जितना विकेट लेने और विकेट लेकर टीम के लिए योगदान देने पर रहता है। हालांकि गेंदबाजी करते समय मेरे दिमाग में यह बात रहती है कि जब भी मैं गेंद करूं तो उसकी गति अच्छी होनी चाहिए।
मयंक ने कहा,मैच के बाद मैं हमेशा लोगों से जरूर पूछता हूं कि मैच में सबसे तेज गेंद की गति कितनी थी लेकिन मैच के दौरान मैं केवल अपनी गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित करता हूं।(भाषा)