गत चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने तेज गेंदबाज सिमरजीत सिंह के करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बाद कप्तान रूतुराज गायकवाड़ (नाबाद 42 रन) की संयम से खेली गयी पारी के दम पर रविवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के कम स्कोर वाले मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स को पांच विकेट से हराकर प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद मजबूत की।
सीएसके ने तेज गेंदबाज सिमरजीत सिंह (26 रन देकर तीन विकेट) के प्रदर्शन और अनुशासित गेंदबाजी से राजस्थान रॉयल्स की टीम को धीमी पिच पर पांच विकेट पर 141 रन का स्कोर ही बनाने दिया। राजस्थान रॉयल्स के लिए फॉर्म में चल रहे रियान पराग 35 गेंद में नाबाद 47 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी सीएसके के लिए गायकवाड़ के अलावा सलामी बल्लेबाज रचिन रविंद्र ने 18 गेंद में 27 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया। अंत में समीर रिज्वी (आठ गेंद में नाबाद 15 रन) ने चौका लगाकर सीएसके को जीत दिलायी। टीम ने 18.2 ओवर में पांच विकेट पर 145 रन बनाये।
शिवम दुबे की 11 गेंद में 18 रन की पारी भी अहम रही जिसमें उन्होंने आर अश्विन (35 रन देकर दो विकेट) के एक ओवर में 14 रन जुटाये।
इस जीत से सीएसके 14 अंक लेकर चौथे से तीसरे स्थान पर पहुंच गयी और खुद को प्लेऑफ की दौड़ में बरकरार रखा। राजस्थान रॉयल्स 16 अंक लेकर दूसरे स्थान पर है, उसकी यह लगातार तीसरी हार थी।
रचिन रविंद्र ने चौथे ओवर में अश्विन की गेंद पर आउट होने से पहले गायकवाड़ के साथ अपनी टीम को अच्छी शुरूआत करायी और पहले विकेट के लिए 32 रन की साझेदारी निभायी।
पहला विकेट गिरने के बाद गायकवाड़ और डेरिल मिचेल (13 गेंद, 22 रन) ने आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखी। उन्होंने नौ रन प्रति ओवर की गति जारी रखी और पावरप्ले में एक विकेट पर 56 रन बनाये।
तेज गेंदबाज संदीप शर्मा राजस्थान के लिए सबसे मंहगे गेंदबाज साबित हुए जिन्होंने 23 रन लुटाये।
स्पिनर युजवेंद्र चहल ने मिचेल को पगबाधा आउट कर उनकी पारी का अंत किया, जिससे दूसरे विकेट की 35 रन की भागीदारी टूट गयी। स्कोर दो विकेट पर 67 रन हो गया।
मोईन अली (10 रन) 12वें ओवर में नांड्रे बर्गर का शिकार बने।
अब शिवम दुबे ने अश्विन के अंतिम और पारी के 14वें ओवर में एक छक्का और दो चौके जड़े। लेकिन इसी ओवर की अंतिम गेंद पर आउट हो गये। यह अश्विन का इस स्टेडियम में 50वां आईपीएल विकेट रहा।
दो रन के स्कोर पर जीवनदान मिलने के बाद रविंद्र जडेजा छह गेंद खेलकर पांच रन ही बना सके थे कि उन्हें क्षेत्ररक्षण में बाधा पहुंचाने के लिए अंपायर ने आउट करार दिया।
अब अंतिम चार ओवर में टीम को 21 रन चाहिए थे। गायकवाड़ और रिज्वी ने 10 गेंद रहते टीम को जीत दिलायी।
इससे पहले सीएसके ने सत्र का 11वां टॉस गंवाया। किसी भी टीम का एक चरण में यह सबसे ज्यादा टॉस गंवाने का रिकॉर्ड है।
बल्लेबाजी करने उतरे राजस्थान रॉयल्स के सलामी बल्लेबाजों ने तुषार देशपांडे और महेश तीक्ष्णा के खिलाफ शुरूआती दो ओवरों में सतर्क शुरुआत की। पारी का पहला चौका तीसरे ओवर में लगा।
राजस्थान के खिलाड़ियों ने पावरपले में एक छक्के सहित केवल छह बाउंड्री लगायी। यशस्वी जायसवाल (21 गेंद में 24 रन) ने यह छक्का लगाया। इससे साफ दिख रहा था कि पिच शायद हिट लगाने के मुफीद नहीं थी।
राजस्थान रॉयल्स ने पावरप्ले में बिना विकेट गंवाये 42 रन बनाये। 26 साल के सिमरजीत सिंह ने अगले ही ओवर में जायसवाल को आउट करके मेजबान टीम को पहला झटका दिया। सीएसके ने फिर अगले ओवर में स्पिनर रविंद्र जडेजा को गेंदबाजी पर लगाया।
लेकिन दूसरा झटका भी सिमरजीत ने ही दिया। नौवें ओवर में जोस बटलर (25 गेंद, 21 रन) डीप फाइन लेग में शॉट लगाने की कोशिश में देशपांडे को कैच दे बैठे।
अब स्कोर दो विकेट पर 49 रन था। पराग और कप्तान संजू सैमसन (19 गेंद, 15 रन) अब क्रीज पर थे। पराग को 12वें ओवर में जीवनदान मिला, तब वह 15 रन पर खेल रहे थे। तीक्ष्णा ने उनका कैच छोड़ दिया था।
सैमसन रन गति बढ़ाने में विफल रहे और सिमरजीत ने उनके रूप में अपना तीसरा विकेट हासिल किया। इस तरह सैमसन और पराग के बीच 42 रन की साझेदारी खत्म हुई।
16वें ओवर के बाद स्कोर तीन विकेट पर 103 रन था। पराग और ध्रुव जुरेल (18 गेंद, 28 रन) ने 17वें ओवर से स्वच्छंदता से खेलने की कोशिश की, लेकिन पिच धीमी होती जा रही थी।
अंतिम चार ओवर में सिमरजीत, देशपांडे और शार्दुल ठाकुर ने गेंदबाजी की। पराग जब 36 रन पर थे, उन्हें 19वे ओवर में एक और जीवनदान मिला। समीर रिज्वी उनका कैच छोड़ बैठे।
देशपांडे ने अंतिम ओवर में जुरेल और शुभम दुबे को लगातार गेंदों पर आउट किया।
सीएसके के लिए सिमरजीत स्टार रहे जबकि जडेजा ने सबसे किफायती गेंदबाजी की । (भाषा)