पिछले साल के उपविजेता चेन्नई सुपर किंग्स की इस बार सेमीफाइनल की हार के लिए कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने अपने बल्लेबाजों को दोषी ठहराते हुए कहा कि महत्वपूर्ण मौके पर विकेट गँवाना टीम को महँगा पड़ा।
रॉयल चैलेंजर्स के हाथों छह विकेट से हार के बाद धोनी ने कहा कि विकेट थोड़ा धीमा था और इस पर 160 रन का लक्ष्य कड़ा होता, लेकिन हमने अहम समय पर विकेट गँवाए। मैं और रैना ऐसे समय पर आउट हो गए, जो टीम को महँगा पड़ा।
उन्होंने कहा कि हमारी गेंदबाजी कमजोर है, लेकिन आज हमारे बल्लेबाज भी नहीं चले। यदि हमने 15 रन और बनाए होते तो फिर हम अच्छी स्थिति में होते।
धोनी ने हालाँकि स्वीकार किया कि अनिल कुंबले की अगुवाई वाली बेंगलुरु की टीम ने उन्हें खेल के हर क्षेत्र में मात देने में कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि हम निराश हैं, लेकिन पूरी तरह निराश भी नहीं हैं क्योंकि वे खेल के हर क्षेत्र में हमसे अव्वल रहे और जीत के हकदार थे।
फाइनल भी जीतेंगे : दूसरी तरफ कुंबले ने बेंगलुरु की तरफ से अब तक नौ मैच में कप्तानी की और सात में जीत दिलाई। उन्होंने आशा जताई कि रविवार को डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ फाइनल में जीत से इसमें एक और मैच जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि एक और जीत बहुत अच्छी रहेगी।