नई दिल्ली: डेविड वॉर्नर की दिल्ली कैपिटल्स मंगलवार को यहां अरुण जेटली स्टेडियम पर मुंबई इंडियन्स के खिलाफ उतरते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2023 सीजन में अपनी पहली जीत की तलाश करेगी।
मुंबई को भी उसके शुरुआती दो मुकाबलों में हार मिली है, लेकिन उसके कुछेक खिलाड़ी अलग-अलग समय पर अच्छा प्रदर्शन करते नज़र आये हैं। दूसरी ओर, दिल्ली हार की हैट्रिक लगा चुकी है और उसके सामने खराब फॉर्म और चोट से जुड़ी चिंताओं का अंबार लगा हुआ है।
सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ अब तक के तीन मैचों में तेज गेंदबाजों को पढ़ने में असफल रहे हैं। उनके जोड़ीदार डेविड वॉर्नर ने तीनों मैचों में अर्द्धशतक जमाये हैं, लेकिन उनका खराब स्ट्राइक रेट दिल्ली की हार का एक कारण ही बन सका है।
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले मिचेल मार्श निजी कारणों से कुछ समय के लिये ऑस्ट्रेलिया लौट गये हैं। दिल्ली ने पिछले मैच में उनके स्थान पर मनीष पांडे को बल्लेबाजी के लिये उतारा लेकिन वह भी कुल शून्य रन का योगदान ही दे सके।
मध्य ओवरों में रन गति बढ़ाना दिल्ली की सबसे बड़ी चिंता रही है। फ्रेंचाइजी से इसी सीजन जुड़े राइली रूसो अब तक कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं दे सके हैं। युवा विकेटकीपर बल्लेबाज अभिषेक पोरेल ने गुजरात टाइटन्स के विरुद्ध पदार्पण करते हुए आक्रामकता दिखाई थी, हालांकि उन्हें विकेट पर थोड़ा और समय बिताना होगा।
दिल्ली के बल्लेबाज जहां बड़ा स्कोर बनाने में असफल रहे हैं, वहीं गेंदबाज भी विपक्षी टीम पर दबाव नहीं बना सके हैं। दिल्ली भले ही मध्य ओवरों में रनगति पर किसी तरह लगाम लगा भी ले, अंतिम ओवरों में उसकी गेंदबाज़ी की कमज़ोरियां ज़ाहिर हो ही जाती हैं।
तेज गेंदबाज खलील अहमद मांसपेशी की चोट के कारण मुंबई के खिलाफ मुकाबले से बाहर रह सकते हैं। अगर खलील मैच से पहले पूरी तरह फिट नहीं होते, तो दिल्ली उनके स्थान पर चेतन सकारिया को एकादश में शामिल कर सकती है।
दूसरी ओर, पांच बार की चैंपियन मुंबई को भी पहली जीत के साथ अंक तालिका में खाता खोलने का इंतजार होगा। आईपीएल 2020 में अजेय लगने वाली मुंबई पिछले तीन सीज़न से प्लेऑफ में जगह नहीं बना सकी है। जसप्रीत बुमराह का चोटग्रस्त होना उनके लिये पहले ही बड़ी चिंता थी, जोफ्रा आर्चर भी कोहनी की समस्या के कारण टूर्नामेंट के कुछ हिस्से से बाहर रह सकते हैं।
रोहित शर्मा, ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव की खराब फॉर्म के कारण मुंबई की बल्लेबाजी काफी हद तक तिलक वर्मा पर निर्भर है। अगर मुंबई अरुण जेटली स्टेडियम पर जीत दर्ज करके दो अंक हासिल करना चाहती है, तो उसके बल्लेबाजों को संयुक्त रूप से प्रदर्शन करना होगा।
दिल्ली के कोच रिकी पॉन्टिंग ने राजस्थान रॉयल्स के विरुद्ध हार के बाद कहा था कि उनकी टीम को आत्ममंथन की जरूरत है। दिल्ली इस आत्ममंथन को किस हद तक अंजाम दे पायी और इसका क्या फल निकला, यह मंगलवार को पता चलेगा।
कागज पर मुंबई दिल्ली से थोड़ी ही बेहतर दिखाई देती है। वह भी इस लिए क्योंकि दिल्ली मुंबई से भी ज्यादा खराब खेली है। दोनों ही टीम अपना खाता खोलने के लिए भिड़ेंगी। कुल मैचों को देखा जाए तो मुंबई का पलड़ा भी थोड़ा ही भारी नजर आता है। 17 में मुंबई को जीत तो 15 में दिल्ली को जीत नसीब हुई है।