आईपीएल मिनी ऑक्शन में एक ओर जहां हैदराबाद और पंजाब जैसी टीमें खुल कर पैसा खर्च कर रही थी वहीं कुछ टीमें अपनी शेष बची राशी के कारण हाथ खींच कर बैठी थी। यह टीमें कभी कभार ही नीलामी प्रक्रिया में भाग लेती हुई नजर आई।
गुजरात टाइटन्स में शिवम मावी (6 करोड़ रूपये), केएस भरत (1.2 करोड़ रूपये) और केन विलियम्सन (2 करोड़ रूपये) शामिल हुए। गत चैम्पियन गुजरात की टीम ने कोच आशीष नेहरा के साथ नीलामी में चतुराई भरे फैसले किये।
दिल्ली कैपिटल्स में मुकेश कुमार (5.50 करोड़ रूपये), फिल सॉल्ट (2 करोड़ रूपये), इशांत शर्मा (50 लाख रूपये) को तरजीह दी। टीम ने अपने खिलाड़ियों को चुनने में सही फैसले किये। पिछले सत्र में मुकेश कुमार उसके नेट गेंदबाज थे जो अब भारत ए के लिये नियमित रूप से खेल रहे हैं। गेंद को स्विंग करने की काबिलियत को देखते हुए वह पावरप्ले में अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
लेकिन सॉल्ट को खरीदना सबसे अच्छा रहा जिन्होंने टी20 विश्व कप से पहले टी20 श्रृंखला में पाकिस्तानी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी थीं। दो करोड़ रूपये में इससे बेहतर खिलाड़ी नहीं हो सकता था। इशांत शर्मा को बेस प्राइज में खरीदना भी बुरा नहीं है।
कोलकाता नाइट राइडर्स में एन जगदीशन (90 लाख रूपये), वैभव अरोड़ा (60 लाख रूपये)। टीम के पास ज्यादा राशि नहीं बची थी लेकिन तमिलनाडु प्रीमियर लीग में अच्छा करने वाले जगदीशन को खरीदना उसके लिये अच्छा रहा और वो भी एक करोड़ रूपये से कम में।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर में विल जैक्स (3.2 करोड़ रूपये) और रीस टॉप्ले (1.90 करोड़ रूपये)। इंग्लैंड के बांये हाथ के गेंदबाज टॉप्ले ने हाल में लार्ड्स में भारत को परेशान किया था जिससे उन्हें और बल्लेबाज जैक्स को खरीदना अच्छा रहा। टीम ने कुछ और खिलाड़ियों में दिलचस्पी दिखायी लेकिन उनके पास ज्यादा राशि नहीं बची थी।
राजस्थान रॉयल्स ने जेसन होल्डर को 5.75 करोड़ रूपये में खरीदा। स्टोक्स के जाने के बाद टीम को अदद तेज गेंदबाजी आल राउंडर की जरूरत थी और 13 करोड़ रूपये की राशि में स्टोक्स और ग्रीन पहुंच से बाहर थे। तो उन्होंने होल्डर को लिया जो सवाई मान सिंह मैदान पर अच्छे विकल्प हो सकते हैं।