भारत और चेन्नई सुपरकिंग्स के अनुभवी आलराउंडर रविंद्र जडेजा पसलियों की चोट के कारण बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग के बाकी बचे सत्र से बाहर हो गए। उन्होंने कुछ दिन पहले ही टीम की कप्तानी छोड़ी थी।
सुपरकिंग्स के सीईओ काशी विश्वनाथन ने बताया, रविंद्र जडेजा सीएसके के अगले दो मैच में नहीं खेले क्योंकि उनकी पसली में चोट है। वह घर लौट चुके हैं। जडेजा रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ मैच के दौरान लगी चोट के कारण दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ भी नहीं खेल पाए थे।
रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु (आरसीबी) के ख़िलाफ़ मैच के दौरान फ़ील्डिंग करते हुए जडेजा चोटिल हो गये थे, जिसके कारण उन्हें दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) के ख़िलाफ़ अगले मैच से बाहर कर दिया गया था।पिछले दो दिनों में जडेजा की चोट की निगरानी कर पाया गया कि उसमें सुधार नहीं हुआ है, जिसके बाद गुरुवार को होने वाले चेन्नई बनाम मुंबई मुकाबले में टीम को उनकी गैरमौजूदगी खल सकती है।
चेन्नई का इंस्टा अकाउंट को अन फोलो किया जड़ेजा ने
सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर को बताया, ऐसा लगता है कि इसके पीछे कुछ और वजह भी है। जडेजा ने इंस्टाग्राम पर सीएसके को फॉलो करना भी बंद कर दिया है। सोशल मीडिया पर फ्रेंचाइजी को अनफॉलो करने के जडेजा के फैसले के बारे में पूछे जाने पर सीएसके के सीईओ ने कहा कि वह इसे अधिक तवज्जो नहीं देते।
CSK के सीईओ ने क्या कहा
विश्वनाथन ने कहा, मुझे इंस्टाग्राम और ट्विटर जैसी चीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं है और इस बारे में मैं आपको अधिक कुछ नहीं बता पाऊंगा। जडेजा की अगुआई में सुपरकिंग्स की टीम आठ मैच में दो जीत ही दर्ज कर सकी और उसे छह मैच में हार का सामना करना पड़ा। धोनी के दोबारा कप्तान बनने पर टीम ने चार में से तीन मैच जीते हैं। धोनी ने दोबारा कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने के बाद दावा किया था कि जडेजा को पिछले सत्र के दौरान बोला गया था कि उन्हें 2022 सत्र में कप्तानी सौंपी जाएगी। यह धोनी का यह संदेश देने का तरीका था कि सौराष्ट्र के खिलाड़ी ने पर्याप्त तैयारी नहीं की।
जड़ेजा को नहीं भाई कप्तानी
जडेजा की अगुवाई में चेन्नई ने आठ में से छह मैच गंवाये। इस बीच देश के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।बतौर ऑलराउंडर भी जड़ेजा का प्रदर्शन प्रभावी नहीं है। 10 मैचों में वह 26 की औसत और 127 की स्ट्राइक रेट से 116 रन बना चुके हैं। इसमें एक भी अर्धशतक शामिल नहीं है। इसके अलावा गेंदबाजी में उन्होंने 33 ओवरों में 248 रन देकर सिर्फ 5 विकेट हासिल किए हैं।
माही थे जड़ेजा की कप्तानी की तैयारियों से नाराज
चेन्नई सुपर किंग्स के दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि कप्तानी की जिम्मेदारियों के कारण रविंद्र जडेजा की तैयारियां और प्रदर्शन प्रभावित हो रहा था।धोनी ने पिछले महीने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया जिसके बाद चेन्नई ने जडेजा को कप्तान बनाया था, लेकिन यह ऑलराउंडर कप्तानी का दबाव नहीं झेल पाया और आखिर में उन्होंने हाथ खड़े कर दिये। ऐसे में चेन्नई को अपने सबसे भरोसेमंद धोनी को फिर से कप्तानी सौंपनी पड़ी।
धोनी ने कहा, जडेजा को पिछले सत्र से ही पता था कि इस साल उन्हें कप्तानी करनी है। पहले दो मैचों में मैंने उनकी मदद की लेकिन इसके बाद उन्हें स्वयं फैसले करने और जिम्मेदारी लेने के लिये कहा।उन्होंने कहा, एक बार जब आप कप्तान बनते हो तो उससे कई जिम्मेदारियां जुड़ जाती है। लेकिन जिम्मेदारी बढ़ने से वह प्रभावित हुआ। मुझे लगता है कि कप्तानी के बोझ से उसकी तैयारियां और प्रदर्शन प्रभावित हुआ।
चेन्नई से अलग हुए तो जडेजा के पास यह विकल्प
अगर चेन्नई सुपर किंग्स से रविंद्र जड़ेजा अलग हो जाते हैं तो उनको अगले साल इंतजार करना होगा नीलामी का। अगले साल नीलामी होती भी है या नहीं यह भी एक बड़ा प्रश्न है क्योंकि मेगा नीलामी इस साल हो चुकी है और ज्यादातर फ्रैंचाइजी दुबारा नीलामी के पक्ष में नहीं है।
ऐसे में अगर किसी टीम का कोई खिलाड़ी चोटिल होकर या अन्य किसी वजह से फ्रैंचाइजी छोड़ता है या फ्रैंचाइजी क्रिकेट से संन्यास लेता है तो रविंद्र जड़ेजा उसकी जगह ले सकते हैं।