अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान (24 रन पर चार विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर गुजरात टाइटंस ने मंगलवार को लखनऊ सुपर जाइंट्स को 62 रन से धूल चटाते हुए आईपीएल 2022 के प्लेऑफ में प्रवेश कर लिया।
गुजरात ने चार विकेट के नुकसान पर 144 रन बनाये और लखनऊ को 135 ओवर में में मात्र 82 रन पर ढेर कर दिया। गुजरात की 12 मैचों में यह नौंवीं जीत है और वह 18 अंकों के साथ प्लेऑफ में पहुंचने वाली पहली टीम बन गयी है। लखनऊ को 12 मैचों में चौथी हार का सामना करना पड़ा लेकिन वह 16 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है।
हार्दिक की कप्तानी और मध्यक्रम में बल्लेबाजी
अगर गुजरात आज प्लेऑफ में जाने वाली पहली टीम बनी है तो उसका काफी कुछ श्रेय हार्दिक पांड्या की बल्लेबाजी और कप्तानी को जाता है।
गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या की फॉर्म में इस सीज़न की शानदार शुरुआत के बाद हाल में ज़रूर थोड़ा सी गिरावट आयी है,लेकिन वह अब भी गुजरात के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उनके नाम इस सीज़न में 11 मैचों में 37.11 के औसत से 344 रन हैं।
कप्तानी की बात करें तो हार्दिक ने कभी पत्थर की लकीर से कप्तानी नहीं की। कल का ही उदाहरण अगर देख लें तो लॉकी फर्ग्यूसन को ड्रॉप करके बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज साईं किशोर को अंतिम ग्यारह में शामिल किया गया क्योंकि पुणे की पिच स्पिन गेंदबाजों के लिए मुफीद है।
धीमी लेकिन सतर्क सलामी बल्लेबाजी
हैदराबाद से हुए मुकाबले में गुजरात ने पहले पॉवरप्ले में 59 रन बनाए थे लेकिन इससे पहले हुए मैचों में मैथ्यू वेड, ऋद्धीमान साहा और शुभमन गिल की जोड़ी ने तेजी से रन नहीं बनाए। बैंगलोर से हुए मैच में भी साहा और गिल की जोड़ी ने 46 रन ही बनाए हैं। पंजाब किंग्स के खिलाफ भी गुजरात ने पहले 6 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 42 रन बनाए थे।
लखनऊ के खिलाफ मैच में उतरने से पहले जरूर गुजरात ने 54 रन बिना नुकसान के बनाए थे। हालांकि कल पुणे की पिच पर एक बार फिर टीम ने 37 रनों पर 2 विकेट खोए। कुछ फैंस को यह धीमी शुरुआत लगी लेकिन प्लेऑफ में जाने का एक बड़ा कारण यह भी है कि गुजरात ने सतर्क शुरुआत की।
गुजरात के फिनिशर्स ने जिताए कुछ हारे हुए मैच
पहले डेविड मिलर, फिर राहुल तेवतिया उसके बाद राशिद खान। इन 3 नामों के होने के कारण हार्दिक पांड्या आराम से उपरी क्रम में बल्लेबाजी कर पाए और मध्यक्रम को मजबूती मिली। तेवतिया और राशिद ने तो अंतिम 2 गेंदो पर 2 छक्के लगाकर टीम को जीत दिलाई है। एक ने ऐसा कारनामा पंजाब के खिलाफ किया तो दूसरे ने हैदराबाद के खिलाफ। यह लगभग 2 हारे हुए मैच जीतना गुजरात के लिए 4 अतिरिक्त अंक के रूप में आया।सिर्फ मुंबई के खिलाफ मैच में ही गुजरात के तीनों फिनिशर्स ने निराश किया था और मुंबई के खिलाफ 5 रनों से हार मिली थी।