तालिबान के अधिग्रहण के बाद आज पहली बार राशिद खान आईपीएल में खेलते दिखे और बल्ले से थोड़ा ही सही कमाल दिखाया। यदि यह कहा जाए कि राशिद खान ने सनराइजर्स हैदराबाद को शर्मिंदगी से बचाया तो गलत नहीं होगा।
राशिद खान ने 19 गेंद में 22 रन बनाकर टीम को शर्मनाक स्कोर पर सिमटने से बचाया। राशिद ने अपनी पारी में दो चौके और एक छक्का लगाया।वह रन आउट हुए।
राशिद खान का परिवार भी मुश्किल की घड़ी में है। वह अपने परिवार को अफगानिस्तान से निकालने की कोशिश में है।लेकिन इस चिंता में भी उन्होंने अपने प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ने दिया। यह एक तारीफ ए काबिल कदम है।
बल्ले से तो उन्होंने कमाल दिखा दिया अब हैदराबाद टीम को उनसे गेंद से कमाल की उम्मीद रहेगी क्योंकि टीम ने सिर्फ 135 रनों का लक्ष्य दिल्ली को दिया है।गेंदबाजी में उन्होंने कमाल दिखाया भी, तेजी से अपने अर्धशतक की ओर बढ़ रहे शिखर धवन को उन्होंने 42 रनों पर आउट कर सनराइजर्स हैदराबाद को राहत दी।
हंड्रेड टूर्नामेंट भी खेला था
जब तालिबान अफगानिस्तान में कहर बरपा रहा था तो राशिद खान इंग्लैड में हंड्रेड टूर्नामेंट में विकेट चटका रहे थे। परिवार अफगानिस्तान में फंसा था और वह लगातार अपनी टीम के लिए खेल रहे थे। राशिद के इस बात की काफी तारीफ हुई थी।
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज केविन पीटरसन ने कहा था कि उनकी राशिद खान से एक लंबी बातचीत हुई। वह चिंता में है और अपने परिवार को अफगानिस्तान से बाहर नहीं निकाल पा रहे हैं। इसके बावजूद हंड्रेड का वह हिस्सा है और बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। यह एक दिल छू लेने वाली कहानी जैसा लगता है।
वैश्विक नेताओं से की थी
तालिबान ने जैसे ही कदम बढ़ाने शुरु किए थे उन्होंने अपने देश के लोगों के लिए दुनिया के नेताओं से भावुक अपील की थी। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट में लिखा था कि 'दुनिया के नेताओं, मेरा देश मुश्किल में है। बच्चों और महिलाओं समेत हजारों निर्दोष लोग हर रोज शहीद हो जाते हैं, घर और संपत्ति नष्ट हो जा रही है। हम लोग शांति चाहते हैं। हमें संकट में मत छोड़ो। अफगानों को मारना बंद करो और अफगानिस्तान को नष्ट मत करो'। (वेबदुनिया डेस्क)