नई दिल्ली। कीरोन पोलार्ड की 34 गेंद में 87 रन की नाबाद पारी के दम पर मुंबई इंडियन्स ने इंडियन प्रीमियर लीग टी-20 मुकाबले में शनिवार को यहां बड़े स्कोर वाले मैच में चिर-प्रतिद्वंद्वी चेन्नई सुपरकिंग्स को 4 विकेट से हरा दिया।
मैन ऑफ मैच पोलार्ड इससे पहले गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया। दूसरे गेंदबाज जहां रन लुटा रहे थे, वहीं उन्होंने दो ओवर में महज 12 रन देकर 2 अहम विकेट भी झटके।
चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अंबाती रायुडु की 27 गेंद में नाबाद 72 रन की पारी के दम पर चार विकेट पर 218 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। मुंबई ने 6 विकेट गंवाकर आखिरी गेंद पर इस लक्ष्य को हासिल किया जो सफलतापूर्वक रनों का पीछा करते हुए उसका सबसे बड़ा स्कोर है।
पोलार्ड ने अपनी पारी में 8 गगनचुंबी छक्को के अलावा 6 चौके भी लगाए। उन्होंने मौजूदा सत्र का सबसे तेज अर्द्धशतक सिर्फ 17 गेंद में पूरा करने के अलावा कृणाल पंड्या के साथ चौथे विकेट के लिए 41 गेंद में 89 रन की अहम साझेदारी की। चेन्नई को खराब क्षेत्ररक्षण का भी खामियाजा भुगतना पड़ा 18वें ओवर में शारदुल ठाकुर की गेंद पर फाफ डुप्लेसिस ने पोलार्ड का कैच टपका दिया।
चेन्नई के लिए रायुडु के अलावा फाफ डुप्लेसिस (50) और मोईन अली (58) की शतकीय साझेदारी कर अच्छा योगदान दिया। रायुडु ने महज 20 गेंद में अपना 20वां अर्धशतक पूरा करने के बाद 27 गेंद की नाबाद पारी में चार चौके और सात छक्के जड़े। उन्होंने पांचवें विकेट के लिए रविन्द्र जडेजा (नाबाद 22) के साथ 102 रन अटूट साझेदारी की। चेन्नई की टीम ने 2008 के बाद पहली बार मुंबई के खिलाफ 200 से ज्यादा का स्कोर खड़ा करने में सफल रही।
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई को क्विंटन डिकॉक और रोहित शर्मा ने शानदार शुरुआत दिलाई। डिकॉक ने दीपक चाहर की पारी की पहली ही गेंद पर चौका जड़ा दिया। उन्होंने तीसरे ओवर में इस गेंदबाज के खिलाफ छक्का लगाया जबकि रोहित ने इस ओवर में लगातार दो चौके जड़े। रोहित ने सैम कुरेन के अलगे ओवर में भी लगातार दो गेंदों पर चौका लगाने के बाद लुंगी एनगिडी का स्वागत छक्के के साथ किया।
आठवें ओवर में गेंदबाजी के लिए आए शारदुल ठाकुर ने रोहित को आउट कर चेन्नई को पहली सफलता दिलाई। उन्होंने 24 गेंद में चार चौके और एक छक्का की मदद 35 रन बनाने के साथ पहले विकेट के लिए डिकॉक के साथ 71 रन की साझेदारी की।
अगले ओवर में गेंदबाजी के लिए रविन्द्र जडेजा ने सूर्य कुमार यादव (03) को विकेटकीपर धोनी के हाथों कैच करवाया। मोईन ने 10वें ओवर में अपनी गेंद पर डिकॉक का कैच लपक कर मुंबई की मुश्किलें बढ़ा दी थीं।
पोलार्ड ने जडेजा के द्वारा किए गए 13वें ओवर में तीन और 14वें ओवर में लुंगी एनगिडी के खिलाफ दो छक्के जड़ अपने इरादे जाहिर कर दिए। पोलार्ड ने अगले ओवर में शारदुल का स्वागत फिर से छक्के के साथ किया और लगातार तीन चौके लगाकर 17 गेंद में मौजूदा सत्र का सबसे तेज अर्धशतक पूरा किया।
दूसरे छोर से अब तक संभलकर बल्लेबाजी कर रहे कृणाल ने एनगिडी का 16वें ओवर में छक्का और फिर दो चौका लगाकर मैच का रूख मुंबई की ओर मोड़ दिया। धोनी ने 17वें में गेंदबाजी का जिम्मा कुरेन का दिया और उन्होंने तीसरी गेंद पर कृणाल को पगबाधा करने के साथ ओवर से सिर्फ दो रन देकर कप्तान के फैसले को सही साबित किया।
हार्दिक ने 19वें ओवर में कुरेन का स्वागत लगातार 2 छक्के के साथ किया लेकिन चौथी गेंद पर एक और छक्का लगाने की कोशिश में वे डुप्लेसिस को कैच थमा बैठे। इसी ओवर की आखिरी गेंद पर जेम्स नीशम ने शारदुल ठाकुर को कैच दे दिया। वे खाता खोलने में नाकाम रहे।
आखिरी ओवर में मुंबई को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे। पोलार्ड ने एनगिडी की दूसरी और तीसरी गेंद पर चौका जड़ा जबकि पांचवीं गेंद पर छक्का लगाने के बाद अंतिम गेंद पर दो रन लेकर टीम को यादगार जीत दिला दी।
इससे पहले शुरुआती ओवर में रुतुराज गायकवाड के आउट होने के बाद डुप्लेसिस और मोईन ने दूसरे विकेट लिए 108 रन जोड़कर मजबूत नींव रखी। मोईन ने 36 गेंद में चार चौके और पांच छक्के जड़े ।
शानदार लय में चल रहे फाफ डुप्लेसिस ने सत्र का पहला मैच खेल रहे धवल कुलकर्णी का स्वागत चौके के साथ करने के बाद तीसरी गेंद पर चहलकदमी करते हुए शानदार छक्का जड़ा। अगले ओवर में मोईन अली ने भी बोल्ट की लगातार गेंदों पर छक्का और फिर चौका लगाया।
मोईन ने 10वें ओवर में नीशम पर छक्का और फिर एक रन के साथ 33 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। अगली गेंद पर हालांकि डुप्लेसिस रन आउट से बच गये। उन्होंने इसके बाद लगातार दो चौके जड़े।
डुप्लेसिस ने 11वें ओवर में बुमराह पर लगातार दो छक्के के साथ टीम के रनों और फिर मोईन के साथ साझेदारी का शतक पूरा किया। बुमराह ने हालांकि वापसी करते हुए विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक के हाथों कैच कराकर मोईन अली की पारी का अंत किया।
कप्तान रोहित ने 12वें ओवर में गेंद कीरोन पोलार्ड को थमाई और उन्होंने आखिरी दो गेंदों पर डुप्लेसिस और रैना के विकेट लेकर उनके फैसले को सही साबित किया। डुप्लेसिस ने 28 गेंद की पारी में 2 चौके और 4 छक्के लगाए तो वहीं रैना सिर्फ दो रन बना सके।
रायुडु ने रविन्द्र जडेजा साथ आखिरी पांच ओवरों में 82 रन जोड़े जिसमें बुमराह, बोल्ट और कुलकर्णी की गेंदों को कई बार गेंद को स्टेडियम में पहुंचाया। मुंबई के मुख्य गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने चार ओवर में एक विकेट लेकर 56 रन लुटाए, जो उनका सबसे महंगा स्पैल रहा। ट्रेंट बोल्ट ने चार ओवर में 42 रन देकर एक विकेट लिया। (भाषा)