सोमवार को संजू सैमसन ने राजस्थान रॉयल्स के लिए अकेला किला लड़ा लिया था। पंजाब द्वारा 222 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स का कोई भी बल्लेबाज 30 के स्कोर पर नहीं पहुंच सका और संजू सैमसन अंतिम गेंद तक लड़ते दिखाई दिए।
लेकिन उनके एक निर्णय ने टीम को मैच से बाहर कर दिया। अर्शदीप सिंह की पांचवी गेंद पर उन्होंने रन नहीं लिया और खुद पर आखिरी गेंद पर छक्का मारने का दबाव बढ़ाया। अगर वह दूसरे छोर पर खड़े क्रिस मॉरिस को स्ट्राइक दे देते तो अंतिम गेंद पर छक्के की जगह चौके से भी काम चल जाता और अगर मॉरिस बॉउंड्री लगा देते तो राजस्थान जीत का स्वाद चख लेता।
आश्चर्य की बात यह है कि क्रिस मॉरिस को आईपीएल नीलामी 2021 में 16.25 करोड़ में खरीदकर राजस्थान रॉयल्स ने इन ही स्थितियों को ध्यान में रखकर खरीदा था। लेकिन फिर भी कप्तान संजू ने उनको स्ट्राइक नहीं दी। क्रिस मॉरिस तो रन के लिए दौड़कर उनके पास चले गए थे फिर वापस दौड़कर अपने छोर पर गए।
ऐसे में उनके चहरे के हावभाव सोशल मीडिया पर बहुत शेयर किए गए।
संजू ने मॉरिस को क्यों स्ट्राइक नहीं दी-
उन्नीसवें ओवर में राहुल तेवतिया मेरिडिथ की गेंद पर आउट हुए थे फिर क्रीज पर मॉरिस आए थे। मॉरिस चौके छक्के लगाना तो दूर गेंद को बल्ले से लगा भी नहीं पा रहे थे। जब लगी भी तो वह सीधे फील्डर के पास गई।
इस ओवर में मॉरिस को दूसरे छोर पर संजू सैमसन देख रहे थे। अंतिम ओवर में 13 रन चाहिए थे। और इस ओवर की पहली गेंद पर भी मॉरिस गेंद बल्ले से नहीं लगा पाए थे। जब क्रीज पर सैमसन आए तो उन्होंने एक छक्का लगाया।
संजू सैमसन को लगा कि अगर आखिरी गेंद मॉरिस खेलेंगे तो जीतने की सारी संभावना खत्म हो जाएगी और 2 विकेट ले चुके अर्शदीप की गेंद पर कोई दुबारा छक्का जड़ सकता है तो वह संजू ही हैं। इस कारण उन्होंने मॉरिस को वापस भेज दिया।
आखिरी गेंद उन्होंने खुद खेली लेकिन अर्शदीप ने बेहद चालाकी से गेंद को ऑफ साइड की ओर रखा सैमसन ने हवा में शॉट खेला और डीप एक्सट्रा कवर पर वह कैच आउट हो गए।
सैमसन 63 गेंद में 119 रन बनाकर रॉयल्स को जीत के करीब ले ही गए थे लेकिन आखिरी गेंद पर कैच दे बैठे। तेज गेंदबाज अर्शदीप ने आखिरी ओवर में रॉयल्स को 13 रन नहीं बनाने दिये।अर्शदीप ने 35 रन देकर तीन विकेट लिये। उन्होंने आखिरी गेंद पर सैमसन को आउट करके टीम को जीत दिलाई।
सैमसन ने आखिरी गेंद पर मैच हारने के बाद कहा, “ मैंने सिंगल लिए और एक बार जैसे ही लय में आया और फिर मैंने दूसरे हाफ में अपने शॉट्स खेलना शुरू किया। मैं अपने शॉट्स का आनंद लेता हूं, लेकिन शॉट्स खेलने के बाद मैं दोबारा सामान्य हो जाता हूं और लय नहीं खोता। यह अपने आप होता है, जब मैं अपने कौशल पर ध्यान केंद्रित करता हूं और गेंद को देखता हूं और प्रतिक्रिया करता हूं। कभी-कभी मैं अपना विकेट भी गंवा देता हूं, इसलिए मैं अपने स्वाभाविक तरीके से खेलता हूं। यहां बात सिर्फ अपनी खेलने की तकनीक पर भरोसा करना है और मैंने ऐसा ही किया। टाॅस के लिए उछाला गया सिक्का सच में बहुत अच्छा लग रहा था, इसलिए मैंने इसे जेब में रखा लिया और रेफरी से पूछा कि क्या मैं रख सकता हूं, लेकिन रेफरी ने मना कर दिया। ”
अपने पहले मैच में शतक बनाने वाले युवा कप्तान ने कहा, “ मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं। यह बहुत करीबी मुकाबला था। हम बहुत करीब आए, लेकिन दुर्भाग्य से जीत नहीं पाए। मुझे नहीं लगता कि मैं कुछ और कर सकता था। समय लेकर खेला, लेकिन अंत में शाॅट को सीमा पार नहीं पहुंचा सका। यह खेल का हिस्सा है। हमने सोचा कि विकेट बेहतर हो रहा है और हम लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं। मैच हारने के बावजूद मुझे लगता है कि टीम ने सच में अच्छा प्रदर्शन किया। ”
पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच आईपीएल 2020 का पहला मैच भी बेहद रोमांचक हुआ था। उस मैच में तेवतिया ने असंभव स्थिती से राजस्थान रॉयल्स को जीत दिलाई थी। यह मैच भी अंतिम ओवर तक गया था लेकिन इस बार बाजी पंजाब किंग्स ने मारी। (वेबदुनिया डेस्क)