कोलकाता: साल 2013 का आईपीएल आपको याद होगा। राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल में फंस गए थे। तेज गेंदबाज श्रीसंथ का तो करियर ही तबाह हो गया था। जांच की आंच चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी तक आ गई थी। ऐसा दुबारा न हो इसलिए बीसीसीआई इस बार ज्यादा सजग हो गई है।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सट्टेबाजी पर लगाम लगाने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने ब्रिटेन कंपनी ‘स्पोर्ट रडार’ के साथ करार किया है जो जांच प्रणाली के जरिए भ्रष्ट गतिविधियों पर नजर रखेगी।
आईपीएल का उद्धघाटन मैच 19 सितंबर को अबू धाबी में गत विजेता मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच खेला जाएगा। समझौते के तहत आईपीएल के सभी मैचों के लिए ‘स्पोर्ट रडार’ भ्रष्टाचार विरोधी इकाई (एसीयू) के साथ मिलकर काम करेगी और अपनी जांच प्रणाली के जरिए सट्टेबाजी पर लगाम लगाने का प्रयास करेगी।
‘स्पोर्ट रडार’ इंटीग्रिटी सेवा के प्रबंध निदेशक एंड्रियास क्रानिक ने कहा, “आईपीएल 2020 के लिए बीसीसीआई के साथ साझेदारी करना सम्मान की बात है। हम खेल जगत में अपनी अग्रणी भूमिका निभाते हुए विशेषज्ञता प्रदान करने और अनियमितता से जुड़े मुद्दों पर लगाम लगाने का अथक प्रयास करेंगे। हमें उम्मीद है कि हम टूर्नामेंट में भ्रष्टाचार को रोकने में मदद करेंगे।”