लगभग 6 महीने से दूर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर टीम इंडिया के खिलाड़ी दुबई में होने वाले आईपीएल में अपनी अपनी फ्रेंचाइजी की ओर से नेट प्रेक्टिस में व्यस्त हैं। हालांकि सभी खिलाड़ी मैच प्रेक्टिस से महरूम रहे हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि भारतीय खिलाड़ी इस संस्करण में वो प्रदर्शन न कर पाएं जिसके लिए वह जाने जाते हैं।
जुलाई से लेकर अब तक कुल 5 अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय श्रंखलाए खेली जा चुकी है। टेस्ट हो या वनडे या फिर टी-20 मैच कहीं न कहीं टीमें बायो स्कयोर बबल में अंतरराष्ट्रीय मैच खेलती हुई नजर आई हैं।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाड़ी तो वनडे सीरीज समाप्त होने के बाद आईपीएल के लिए 17 सितम्बर को यूएई पहुंचेंगे। वहीं वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों की बात करें तो कैरेबियन प्रीमियर लीग में ज्यादातर खिलाड़ी मैदान पर खेल चुके हैं। इस लीग में न्यूजीलैड , दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के भी कुछ खिलाड़ी शामिल रहे जिससे उनको मैच प्रेक्टिस मिल गई है।
वहीं भारतीय खिलाड़ियों की बात करें तो फरवरी 2020 के बाद से किसी खिलाड़ी ने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। अगर एशिया कप का आयोजन आईपीएल से थोड़ा पहले हो जाता तो मैच प्रैक्टिस का मसला नहीं होता लेकिन बीसीसीआई ने इस में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
सनद रहे कि आईपीएल 2020 अभी तक का सबसे छोटा संस्करण होने वाला है। फ्रेंचाइजी चाहती हैं कि उनके मुख्य खिलाड़ी ज्यादा समय न लेते हुए सभी मैचों में फॉर्म में दिखे ऐसे में अगर मैच प्रेक्टिस के बिना प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों ने फॉर्म में आने के लिए ज्यादा समय लिया तो वह इस संस्करण में फीके नजर आ सकते हैं। (वेबदुनिया डेस्क)